हाथ गल गए.. चमड़ी उधड़ गई.. पढ़ने की उम्र में शराब फैक्ट्री में करना पड़ रहा था ये काम, NCPCR ने कराया आजाद, सरकार ने की बड़ी कार्रवाई
Raisen liquor factory case : हाथ गल गए.. चमड़ी उधड़ गई.. पढ़ने की उम्र में शराब फैक्ट्री में करना पड़ रहा ये काम, NCPCR ने कराया आजाद..
Raisen liquor factory case
Raisen liquor factory case : रायसेन। बाल श्रम पर एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने मध्य प्रदेश के रायसेन में तीन कारखानों से बच्चों को सफलतापूर्वक बचाया। स्थानीय पुलिस की सहायता से चलाया गया यह अभियान बचपन बचाओ आंदोलन (बीबीए) नामक एनजीओ की शिकायत के बाद शुरू किया गया था, जिसने विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में बच्चों की तस्करी और शोषण का पर्दाफाश किया था।
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने मीडिया को बताया कि बेकरी और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला इकाइयों के रूप में काम करने वाली फैक्ट्रियों को अब सील कर दिया गया है। फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू हो गई है। बचाए गए बच्चों में कमजोरी, कुपोषण और थकावट के लक्षण दिखाई दिए और कथित तौर पर उन्हें कठोर परिस्थितियों में लगभग 15 घंटे काम करना पड़ा।
इसके अलावा, निरीक्षण सोम डिस्टिलरी तक भी बढ़ा, जहाँ 20 लड़कियों सहित 50 से अधिक बच्चे शराब बनाने में लगे पाए गए – एक ऐसा शोषण जो न केवल बाल श्रम कानूनों का उल्लंघन करता है बल्कि नाबालिगों को उनके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए हानिकारक खतरनाक वातावरण में भी डालता है। बचाए गए बच्चे, जिनकी उम्र 15 से 17 वर्ष है, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के आस-पास के जिलों से हैं।
शर्मनाक तस्वीर !!!
भोपाल के नज़दीक सोम डिस्टिलरी की ये तस्वीर बता रही है कि MP के आबकारी विभाग ने अपनी आंखें क्यों मूंद रखी हैं..50 नाबालिग बच्चे 20 लड़कियों समेत शराब बनवाने के काम में लगे थे,उसी परिसर में आबकारी का दफ्तर भी था..@DrMohanYadav51 जी छोड़िएगा नहीं इन लोगों को. pic.twitter.com/i3XVr0cH5V
— Naveen Singh (@Naveen_K_Singh_) June 15, 2024
मुख्यमंत्री के निर्देश पर कार्रवाई
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके चलते, जिला आबकारी अधिकारी कन्हैयालाल अतुलकर को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, जिले के तीन आबकारी उप निरीक्षकों, प्रीति शैलेंद्र उईके, शैफाली वर्मा और मुकेश कुमार, को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही श्रमायुक्त ने आदेश जारी करते हुए श्रम निरीक्षक मंडीदीप राम कुमार श्रीवास्तव को भी निलंबित कर दिया है।

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