Bhopal Drug Raid: राजधानी में मेफेड्रोन ड्रग्स की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़, 92 करोड़ की 61.2 किलो ड्रग्स बरामद, सात आरोपी गिरफ्तार

Bhopal Drug Raid: राजधानी में मेफेड्रोन ड्रग्स की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़, 92 करोड़ की 61.2 किलो ड्रग्स बरामद, सात आरोपी गिरफ्तार

Bhopal Drug Raid: राजधानी में मेफेड्रोन ड्रग्स की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़, 92 करोड़ की 61.2 किलो ड्रग्स बरामद, सात आरोपी गिरफ्तार

Bhopal Drug Raid/Image Source: IBC24


Reported By: Harpreet Kaur,
Modified Date: August 18, 2025 / 08:31 pm IST
Published Date: August 18, 2025 8:31 pm IST
HIGHLIGHTS
  • 92 करोड़ की ड्रग्स जब्त।
  • 7 गिरफ्तार, 4 राज्यों में छापे।
  • भोपाल में गुप्त फैक्ट्री पकड़ी गई।

भोपाल: Bhopal News: डीआरआई ने भोपाल के जगदीशपुर में गुप्त तरीके से चल रही अवैध मेफेड्रोनड्रग्स बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन को क्रिस्टल ब्रेक नाम दिया गया जिसमें लगभग 92 करोड़ रुपये मूल्य की 61.2 किलो मेफेड्रोन ड्रग्स बरामद हुई हैं। साथ ही फैक्ट्री से 541.53 किलो केमिकल और कच्चा माल भी जब्त किया गया है। Bhopal Drug Raid

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Bhopal Drug Raid: इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मेफेड्रोन बनाने वाले केमिस्ट समेत दो लोग रंगे हाथों पकड़े गए। पुलिस के मुताबिक ये सभी आरोपी विदेशी ड्रग सरगना के इशारे पर काम कर रहे थे। ऑपरेशन में सूरत और मुंबई पुलिस ने भी डीआरआई का साथ दिया। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश में छापेमारी की गई। यूपी के बस्ती से कार्टेल का एक अहम सदस्य पकड़ा गया है जो मुंबई से भोपाल तक कच्चे माल की सप्लाई का काम देख रहा था।

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Bhopal Drug Raid: इसके अलावा मुंबई में दो सप्लायर और ट्रांसपोर्टेशन संभालने वाला व्यक्ति भी गिरफ्तार हुआ है। सूरत से हवाला के जरिए भोपाल में पैसे की सप्लाई की जा रही थी जहां कार्टेल का एक करीबी साथी भी गिरफ्तार हुआ। यह फैक्ट्री खासतौर पर चारों ओर से छुपाकर और गुप्त तरीके से संचालित की जा रही थी। स्थानीय पुलिस को इस बड़ी फैक्ट्री की कोई भनक तक नहीं लगी। भोपाल पुलिस के देहात एसपी प्रमोद सिन्हा को डीआरआई की कार्रवाई के बारे में जानकारी नहीं थी। बता दें की अक्टूबर 2024 में भोपाल के बगरोदा इलाके में भी 1800 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग्स की फैक्ट्री पकड़ी गई थी जिसमें बाहरी राज्यों की पुलिस ने कार्रवाई की थी। तब भी पुलिस इंटेलिजेंस फेल साबित हुई थी।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।