भोपाल: High Alert Mock Drill News: पाकिस्तान के साथ सीमा पर बढ़ते तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद बने हालात को देखते हुए, मध्यप्रदेश के 5 प्रमुख शहरों में आज शाम युद्ध जैसी स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। यह अभ्यास नागरिकों को सुरक्षा उपायों से अवगत कराने और आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
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शाम 4 से रात 8 बजे तक चलेगा युद्ध अभ्यास
High Alert Mock Drill News: राज्य के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी जिलों में यह मॉक ड्रिल शाम 4.00 बजे से रात 8.00 बजे तक चलेगी। इस दौरान नागरिकों से शांति और सहयोग बनाए रखने की अपील की गई है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह सिर्फ एक अभ्यास है, जिससे किसी भी नागरिक को डरने की आवश्यकता नहीं है।
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7:40 बजे होगा ब्लैकआउट अभ्यास
High Alert Mock Drill News: ड्रिल का एक महत्वपूर्ण भाग होगा ब्लैकआउट अभ्यास, जो शाम 7:40 बजे निर्धारित किया गया है। इस दौरान नागरिकों से अपेक्षा की जाती है कि वे बत्तियां बुझाकर अभ्यास में हिस्सा लें, ताकि वास्तविक संकट की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
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मॉक ड्रिल में ये होंगे मुख्य बिंदु
- हवाई हमले की चेतावनी: पांचों जिलों में सायरन के माध्यम से हवाई हमले की काल्पनिक चेतावनी दी जाएगी। लाल सिग्नल के साथ दो मिनट तक ऊंची-नीची आवाज में सायरन बजेगा।
- खतरे के बाद सिग्नल: खतरे के टलने पर पुनः दो मिनट का सायरन बजेगा, जिससे नागरिकों को राहत संकेत मिलेगा।
- ब्लैकआउट अभ्यास: नागरिकों, संस्थानों, दुकानों आदि से लाइट बंद कर सहयोग की अपील।
- आपदा प्रबंधन और बचाव: किसी निश्चित भवन में आग लगने, अस्थाई अस्पताल स्थापित करने, और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का अभ्यास किया जाएगा।
- संपूर्ण समन्वय: इस अभ्यास में रक्षा मंत्रालय, रेलवे, विमानन विभाग सहित राज्य व जिला प्रशासन, सिविल डिफेंस और अन्य विभागों का सहयोग रहेगा।
मॉक ड्रिल क्या है और "ब्लैकआउट अभ्यास" का क्या उद्देश्य है?
मॉक ड्रिल एक पूर्व नियोजित अभ्यास है जिसका उद्देश्य आपदा या युद्ध जैसी स्थिति में नागरिकों और प्रशासन की तत्परता को परखना है। ब्लैकआउट अभ्यास के तहत नागरिकों को लाइटें बंद करके यह सिखाया जाता है कि हवाई हमले की स्थिति में कैसे सुरक्षित रहना है।
"ब्लैकआउट अभ्यास" किस समय होगा और इसमें क्या करना होगा?
ब्लैकआउट अभ्यास शाम 7:40 बजे से शुरू होगा। नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे अपनी सभी लाइटें बंद करें और घर के अंदर सुरक्षित रहें, ताकि वे वास्तविक आपातकालीन स्थिति में सही प्रतिक्रिया देना सीख सकें।
क्या मॉक ड्रिल के दौरान सायरन बजेंगे?
हां, मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी के लिए सायरन बजेंगे। खतरे की सूचना के लिए दो मिनट का ऊंची-नीची आवाज वाला सायरन और खतरा टलने की सूचना के लिए फिर से दो मिनट का सायरन बजाया जाएगा।
क्या "ब्लैकआउट अभ्यास" के दौरान दुकानों और संस्थानों को भी लाइट बंद करनी होगी?
जी हां, मॉक ड्रिल के अंतर्गत ब्लैकआउट अभ्यास में सभी नागरिकों, दुकानों, संस्थानों और सार्वजनिक स्थानों से लाइटें बंद रखने का अनुरोध किया गया है ताकि सामूहिक अभ्यास सफल हो सके।
"ब्लैकआउट अभ्यास" और मॉक ड्रिल में कौन-कौन से विभाग शामिल हैं?
इस अभ्यास में रक्षा मंत्रालय, रेलवे, विमानन विभाग, राज्य और जिला प्रशासन, सिविल डिफेंस तथा आपदा प्रबंधन से जुड़े अन्य विभागों का समन्वय रहेगा, जिससे संपूर्ण तैयारियों का मूल्यांकन किया जा सके।