भोपाल : Lok Sabha Chunav 2024 : मध्यप्रदेश में कांग्रेस गुटबाजी की खबरों के बीच लोकसभा चुनावों में बेहतर परफॉर्म करने के दावे कर रही है। कांग्रेस को उम्मीद है कि उनके नए प्रयोग कामयाब होंगे वो भी तब जब कांग्रेस विधानसभा चुनावों के नतीजों के गम से अब तक उबर नहीं पायी है। खैर अब कांग्रेस कह रही है कि फरवरी में पार्टी सभी 29 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर देगी ताकि जीत का रास्ता आसान हो सके।
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Lok Sabha Chunav 2024 : एमपी के विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त के बावजूद कांग्रेस के हौंसले पस्त नहीं हुए हैं। कांग्रेस अब भी लोकसभा चुनावों के लिए पूरी ताकत से जुटने के दावे कर रही है। कांग्रेस ने घोषणा पत्र समिति, चुनाव समिति, स्क्रीनिंग कमेटी और लोकसभा समन्वयक बनाकर ये साफ कर दिया है कि बीजेपी को वॉकओवर नहीं मिलने वाला। इसके लिए कांग्रेस ने आज चुनाव समिति और पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक की है। बैठक में ये तय हुआ है कि कांग्रेस एमपी के 100 फीसदी टिकट फरवरी में ही घोषित कर देगी। यानि फरवरी के शुरुआती हफ्ते में ही दावेदारों की स्क्रीनिंग का काम शुरु हो जाएगा। कांग्रेस ने दावेदारों का पैनल बनाने के लिए क्षेत्रिय समितियां बनाईं हैं। जिनमें लोकसभा के कोर्डिनेटर,जिलाध्यक्ष,विधायक,विधानसभा प्रत्याशी शामिल रहेंगे, जो 31 जनवरी तक अपनी रिपोर्ट पीसीसी को सौपेंगे।
Lok Sabha Chunav 2024 : दरअसल बैठक में भितरघात को लेकर फिर बवाल हुआ है। चुनाव समिति और पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के सदस्यों ने ये कहा है कि जिन लोगों ने विधानसभा चुनावों में पार्टी को डेंट दिया है। उनको हर हाल में कांग्रेस से बाहर करना चाहिए। बैठक में तो ये भी चर्चा हुई कि चुनावों में पार्टी के बड़े नेताओं को टिकट देना चाहिए। क्योंकि ऐसे नेताओं को पार्टी ने बहुत कुछ दिया है अब देने की बारी उनकी है। खैर बैठक के बाद अब ये भी अटकलें तो ये भी लगायी जा रही हैं कि खुद कमलनाथ को पार्टी छिंदवाड़ा से लोकसभा उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि कमलनाथ ये कह रहे हैं कि फैसला आलाकमान करेगा मैं नहीं। उधर बीजेपी ये दावा कर रही है कि कांग्रेस लाख जोर लगा ले लेकिन एमपी की सभी 29 सीटें बीजेपी ही जीतेगी।
Lok Sabha Chunav 2024 : कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में करारी हार देखने के बाद लोकसभा के टिकट जल्द फायनल करने का निर्णय लिया है। लेकिन कांग्रेस में ऐसा हो पाना फिलहाल मुमकिन नहीं दिखता। क्योंकि विधानसभा चुनावों में 230 सीटों के लिए 5 हजार से ज्यादा दावेदारों के बायोडेटा आए थे। दावेदारों की प्रोफाइल खंगालने में एजेंसियों के पसीने छूट गए थे। जाहिर है कांग्रेस की यंग ब्रिगेड को उम्मीद है कि इस बार जिताऊ कैंडिडेट की तलाश के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी होगी।