Ram Mandir Pran Pratishtha : राम सहारे..काज संवारे! फिर राम, फिर चुनाव, फिर दांव..
Ram Mandir Pran Pratishtha : अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा है।
Ram Mandir Pran Pratishtha
रायपुर : Ram Mandir Pran Pratishtha : अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा है। ये शुभ घड़ी करोड़ों रामभक्तों के लिए करीब 450 साल बाद आई है। इसे भव्य और समारोहपूर्वक सम्पन्न कराने में केंद्र और बीजेपी शासित राज्यों की सरकारें कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। वैसे तो ये कार्यक्रम पूरी तरह के धार्मिक है, लेकिन सियासी गलियारे में इसे लेकर पॉलीटिकल बयानों का सिलसिला अब भी जारी है। रामजी के ननिहाल छत्तीसगढ़ से भी 25 जनवरी को बीजेपी रामभक्तों के लिए स्पेशल ट्रेन चला रही है, जिसमें कांग्रेस को सियासी लाभ लेने की मंशा दिखाई पड़ रही है। बीजेपी ने पलटवार में एक बार भी कांग्रेस को राम विरोधी बताते हुए सवाल उठाए हैं। आखिर इतने शुभ अवसर पर क्यों है ऐसे बयानों की होड़।
Ram Mandir Pran Pratishtha : इस वक्त सारे देश राममय हो चला है ये कहना गलत ना होगा। अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों के बीच, सियासी गलियारे में भी इस मुद्दे की गूंज है। देश के प्रधानमंत्री देशवासियों से 22 तरीख से पहले देशभर के मंदिरों में स्वच्छता अभियान और 22 तारीख को देशवासियों से दिवाली मनाने की अपील कर चुके हैं। इधऱ, छत्तीसगढ़ सरकार 25 जनवरी को विशेष ट्रेन के जरिए 1 हजार लोगों को अयोध्या भेज रही है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण स्वरूप घर-घर पीले अक्षत भेजे जा रहे हैं। प्रदेश में सभी मंदिरों में दीपोत्सव की तैयारी है। इस पूरी कवायद पर PCC चीफ दीपक बैज ने वार करते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस ने 5 साल भगवान राम के लिए काम किया, जबकि BJP राम के नाम पर वोट मांगती रही। हमने नहीं मांगा, बैज ने तंज कसा कि आखिर BJP राम को कब तक धोखा देती रहेगी।
कांग्रेस के आरोप पर जवाब देते हुए कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम ने पलटवार में कहा कि, हम राम के नाम पर कोई राजनीति नहीं कर रहे बल्कि अपना वादा निभा रहे हैं। नेताम ने उल्टे कांग्रेस को नसीहत दी कि कांग्रेस “सद्बुद्धि यज्ञ” कर राम से बुद्धि मांगे।
Ram Mandir Pran Pratishtha : राम, उनकी जन्मभूमि, राम जी का मंदिर सदा से देशवासियों की आस्था का केंद्र रहा है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि राम मंदिर का निर्माण और उसमें रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूर्वक होने से भाजपा को 2024 आम चुनाव में देशभर में लाभ होगा। इस मकसद से भाजपा शासित राज्यों में आयोजन को सफल और भव्य बनाने कोई कोर कसर भी नहीं छोड़ी जा रही है। लेकिन बड़ा सवाल है कि क्या राम मंदिर या प्राणप्रतिष्ठा अनुष्ठान पर बयान और बहस से लाभ होगा या हानि।

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