Football in Saree: हम किसी से कम नहीं.. साड़ी पहनकर मैदीन में फुटबॉल खेलने उतरी महिलाएं, दे दना दन गोल दागते देख दांतों तले उंगली दबाने लगे दर्शक

Football in Saree: साड़ी पहनकर मैदीन में फुटबॉल खेलने उतरी महिलाएं, दे दना दन गोल दागते देख दांतों तले उंगली दबाने लगे दर्शक

Football in Saree: हम किसी से कम नहीं.. साड़ी पहनकर मैदीन में फुटबॉल खेलने उतरी महिलाएं, दे दना दन गोल दागते देख दांतों तले उंगली दबाने लगे दर्शक

Football in Saree| Photo Credit: IBC24


Reported By: Nasir Gouri,
Modified Date: March 4, 2025 / 10:35 pm IST
Published Date: March 4, 2025 10:33 pm IST
HIGHLIGHTS
  • ग्वालियर में साड़ी पहनकर फुटबॉल खेल रही महिलाएं
  • ग्वालियर के गली-मोहल्लें से महिलाएं खेल के मैदान में पहुंची
  • घरेलू महिलाओं को गोल धागते देख दांतों तले उंगली दबाने लगे दर्शक

Football in Saree: ग्वालियर। चंबल अब बदलने लगा है…. जी हां कुछ इस तरह की तस्वीरें अब ग्वालियर चंबल अंचल में दिखाई दे रही है। जहां महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर तो चल ही रही थीं। वहीं, अब वे खेल के मैदान में उतर गई है। ग्वालियर में महिलाएं साड़ी पहनकर फुटबॉल खेल रही हैं। एक नहीं, दो नहीं बल्कि कई महिलाएं हैरिटेज ग्राउंड में है, जो एक दूसरे को शिकस्त देने की कोशिश में लगी हुई है। खास बात ये है कि ये महिलाओं की टीमें कोई स्कूल कॉलेज या स्पोर्ट्स खिलाडियों की नहीं है बल्कि ग्वालियर के गली-मोहल्लें से महिलाएं खेल के मैदान में पहुंची है।

Read More: CM Vishnu Deo Sai on India Victory: ‘दुबई में दिखा किंग कोहली, पांड्या का दम..’ कंगारुओं को पटखनी देकर फाइनल में पहुंचने पर सीएम साय ने टीम इंडिया को दी बधाई 

शायद ही आपने कभी ऐसी तस्वीरें देखी होगी, जब महिलाएं फुटबॉल ग्राउंड में साड़ी पहनकर फुटबॉल को किक मार रही है, तो कोई फुटबाल को रोकने के लिए जी जान लगा रही हो। ये तस्वीरें ग्वालियर के फुटबाल ग्रांउड की है, जिसमें ग्वालियर के गली मोहल्लों से निकलकर यह महिलाएं फुटबॉल के मैदान पर पहुंची है। नगर निगम की खेल आधिकारी कहते है कि, ये आयोजन स्वच्छता को लेकर है, लेकिन इसका मूल मकसद है महिलाओं को आगे लेकर आना है। इन महिलाओं को फुटबॉल के ग्राउंड तक लाने में शहर की समाजसेवी महिलाओं ओर नगर निगम को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन जब इन घरेलू महिलाओं ने गोल धागे तो सभी ने दांतों तले उंगली दबा ली।

Read More: जैन समाज को बड़ा झटका! हिंदू-मैरिज एक्ट के तहत तलाक का हक नहीं, फैमिली कोर्ट ने खारिज किए 28 केस, समाज ने जताई नाराजगी

मैच खेलने वाली महिलाओं का कहना है कि ये उनके लिए बेहद मुश्किल था, लेकिन उन्होंने फुटबॉल के जरिये ये बताने की कोशिश की है। वो किसी से कम नहीं है, साथ ही अपनी पारम्परिक ड्रेस में खेलों के मैदान में है। इन सबके बीच महिलाएं भी बेहद खुश है कि उन्हें इस तरह का अवसर खेलने का मिला। क्योंकि अमूमन शादीशुदा जिंदगी में वह साड़ी पहनकर फुटबॉल खेलने नहीं उतर सकती हैं। लेकिन, वह साड़ी पहनकर फुटबॉल ग्राउंड में उतरी हैं, वो भी कलरफुल। बहरहाल अब आपको फुटबॉल के ग्राउंड में महिलाएं साड़ी में किक मारते हुए दिख रही हैं और वह भी खूबसूरत अंदाज में। यानी ग्वालियर चंबल अंचल अब बदल रहा है।

 ⁠


लेखक के बारे में