IBC24 Janjatiya Pragya: अमित शाह ने मध्यप्रदेश सरकार को दिया दूध कलेक्शन का टारगेट, जानिए कितने लीटर कलेक्शन का है लक्ष्य, क्या है सरकार की प्लानिंग

IBC24 Janjatiya Pragya: अमित शाह ने मध्यप्रदेश सरकार को दिया दूध कलेक्शन का टारगेट, जानिए कितने लीटर कलेक्शन का है लक्ष्य, क्या है सरकार की प्लानिंग

  •  
  • Publish Date - December 2, 2025 / 06:18 PM IST,
    Updated On - December 2, 2025 / 08:45 PM IST

भोपाल: IBC24 Janjatiya Pragya मध्यप्रदेश सरकार के दो साल पूरे होने पर IBC24 आज एक जनजातीय प्रज्ञा करने कर रहा है। जिसकी शुरूआत दोपहर दो बजे से हो चुकी है, राजधानी भोपाल में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में राज्य सरकार की जनहितैषी योजनाओं और उपलब्धियों पर संवाद के साथ जनजातीय समाज के लिए चलाई जा रही योजनाओं पर विमर्श किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव समेत प्रदेश की कई बड़ी शख्सियत IBC24 के मंच पर भविष्य का रोड मैप बताएंगे।

IBC24 Janjatiya Pragya अमित शाह ने ​मध्यप्रदेश में कितना दिया है दूध कनेक्शन का टारगेट?

इसी कड़ी में IBC24 के मंच पर विश्वास सारंग ने कहा कि इसमें हमें ये नहीं सोचना चाहिए कि पिछड़ रहे थे इसलिए हम लेके आए। एनडीटीबी एक ऐसा संस्थान है जो कि मिल्क मूवमेंट में बहुत बड़ा काम करता है। तो विचार ये आया कि हमारा सांची बहुत अच्छा ब्रांड है। एस्टैब्लिश ब्रांड है। जो काम हो रहा है वो अच्छा हो रहा है। पर जैसा मैंने कहा देखिए यदि हम ग्रामीण इकॉनमी की बात करें और यदि हम किसान के की खेती को फायदे का धंधा बनाना चाहते हैं या उसकी आमदनी को दोगुना करना चाहते हैं तो हमें एलाइड जो कृषि से जुड़े हुए और सब्जेक्ट हैं उससे किसान को जोड़ना होगा। वो एनिमल हस्बेंडरी एक बड़ा सब्जेक्ट है। पशुपालन एक बड़ा सब्जेक्ट है। तो हमारा किसान पशुपालन और दूध के चयन से जुड़ सके। उसके लिए जरूरी था कि कुछ एक्सपर्ट हमारे साथ जुड़े। इसलिए यह सांची ब्रांड बंद नहीं हुआ है। हमारा एनडीबी के साथ हमने एक ऐसा एमओयू किया है कि अब संचालन एनडीबी कर रहा है और माननीय अमित शाह जी ने जो हमें टारगेट दिया है कि 50 लाख लीटर दूध का कलेक्शन हमें करना है। अभी हम 7 8000 पे ही थे। तो ये जो 78 लाख पे ही तो अब यह जो बढ़ने वाला है ये निश्चित रूप से एनडीबी के कारण होगा और अभी आप देखेंगे एनडीबी के बाद आने के बाद गुणवत्ता बहुत बढ़ी है। किसानों को बहुत समय से पेमेंट मिल रहा है। तो कहने का तात्पर्य है कि मध्यप्रदेश सरकार हर समय कुछ भी नया करने के लिए तत्पर है। हम खुले मन से यदि कोई एक्सपर्ट है तो उसके साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।