Jabalpur news: ‘किरायेदार हैं अपनी जाती मकान थोड़ी है’.. अपनी विदाई में जस्टिस श्रीधरन ने पढ़ा राहत इंदौरी का ये शेर, कर्नल सोफिया कुरैशी सहित इन घटनाओं पर लिया था स्वतः संज्ञान

Jabalpur news: जस्टिस श्रीधरन जबलपुर हाईकोर्ट में अपने बेबाक और न्यायपूर्ण फैसलों के लिए जाने जाते रहे हैं। उन्होंने कई अहम मामलों में स्वतः संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

Jabalpur news: ‘किरायेदार हैं अपनी जाती मकान थोड़ी है’.. अपनी विदाई में जस्टिस श्रीधरन ने पढ़ा राहत इंदौरी का ये शेर, कर्नल सोफिया कुरैशी सहित इन घटनाओं पर लिया था स्वतः संज्ञान
Modified Date: November 7, 2025 / 12:14 am IST
Published Date: November 6, 2025 11:20 pm IST
HIGHLIGHTS
  • जबलपुर HC में अपने फैसलों के लिए चर्चित रहे जस्टिस श्रीधरन
  • स्वतः संज्ञान लेकर मंत्री विजय शाह और FIR के दिए थे निर्देश
  • जस्टिस अतुल श्रीधरन का हुआ है इलाहाबाद HC तबादला

जबलपुर: Jabalpur news, मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के जस्टिस अतुल श्रीधरन अपने तबादले के मौके पर आयोजित विदाई समारोह में भावुक नजर आए। उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट के लिए स्थानांतरित किया गया है। इस मौके पर जस्टिस श्रीधरन ने मशहूर शायर राहत इंदौरी का एक मशहूर शेर पढ़कर सभी की आंखें नम कर दीं—

“जो आज साहिब-ए-मसनद हैं कल नहीं होंगे,
किराएदार हैं अपना जाती मकान थोड़ी है।”

जस्टिस श्रीधरन जबलपुर हाईकोर्ट में अपने बेबाक और न्यायपूर्ण फैसलों के लिए जाने जाते रहे हैं। उन्होंने कई अहम मामलों में स्वतः संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

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हाल ही में दमोह में युवक से पैर धुलवाकर पानी पिलवाने की घटना पर भी उन्होंने स्वतः संज्ञान लिया था। इससे पहले उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी के अपमान के मामले में भी सख्त रुख अपनाते हुए मंत्री विजय शाह और अन्य के खिलाफ FIR के निर्देश दिए थे।

जस्टिस श्रीधरन के तबादले पर जबलपुर बार एसोसिएशन और न्यायालय के कर्मचारियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। उनके विदाई समारोह में कई न्यायाधीश, वकील और अधिकारी उपस्थित रहे।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com