मप्र विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने भाजपा के हित में नियमों का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों की जानकारी मांगी

मप्र विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने भाजपा के हित में नियमों का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों की जानकारी मांगी

मप्र विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने भाजपा के हित में नियमों का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों की जानकारी मांगी
Modified Date: November 20, 2023 / 12:57 pm IST
Published Date: November 20, 2023 12:57 pm IST

भोपाल, 20 नवंबर (भाषा) कांग्रेस ने हाल ही में संपन्न मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सभी 230 उम्मीदवारों को पत्र लिखकर उन अधिकारियों का विवरण मांगा है जिन्होंने कथित तौर पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों के खिलाफ काम किया था।

हालांकि, भाजपा ने कहा कि कांग्रेस इस तरह के कदम से चुनाव में अपनी आसन्न हार के लिए एक नया बहाना खोजने की कोशिश कर रही है।

अपने सभी उम्मीदवारों को संबोधित पत्र में, मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) ने दावा किया कि मतदान के दिन (17 नवंबर) स्थापित नियंत्रण कक्ष को भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों के खिलाफ काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के बारे में शिकायतें मिलीं।

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एमपीसीसी के संगठन प्रभारी और उपाध्यक्ष राजीव सिंह ने पत्र में पार्टी उम्मीदवारों से ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों की जानकारी उनके पदनाम और नियुक्ति स्थान के साथ 30 नवंबर तक राज्य कांग्रेस को देने के लिए कहा है।

चुनाव प्रचार के दौरान, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने बार-बार अधिकारियों और कर्मचारियों पर भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया था और कांग्रेस के सत्ता में आने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी।

नाथ ने भाजपा पर पुलिस, धन और प्रशासन का इस्तेमाल अपने पक्ष में करने का आरोप लगाया था।

राज्य भाजपा सचिव राहुल कोठारी ने संपर्क किये जाने पर कहा कि कांग्रेस चुनावों में अपनी ‘आसन्न हार’ के लिए एक नया बहाना ढूंढ़ने की कोशिश कर रही है।

कोठारी ने कहा कि सरकारी कर्मचारी और अधिकारी लोकतंत्र के ताकतवर संरक्षक हैं। उन्होंने कहा कि जिनके पास मतदान केंद्रों पर बैठने के लिए कार्यकर्ता नहीं हैं वे इस तरह के मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं।

मध्य प्रदेश में 230 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए 17 नवंबर को मतदान हुआ था और मतगणना तीन दिसंबर को होगी।

भाषा संतोष नरेश

नरेश


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