मिशन 2023! बीजेपी की टॉप लीडरशिप के दौरे कांग्रेस के लिए नई चुनौती बन सकते हैं? सुने पूरा लाइव डिबेट |

मिशन 2023! बीजेपी की टॉप लीडरशिप के दौरे कांग्रेस के लिए नई चुनौती बन सकते हैं? सुने पूरा लाइव डिबेट

Mission 2023! पिछले चुनाव में सत्ता बीजेपी के हाथ से फिसल कर कांग्रेस की झोली में चली गई थी.. उस हार से सबक लेकर बीजेपी के नेता इस बार पहले ही सक्रिय हो चुके हैं। खासकर बीजेपी के चाणक्य अमित शाह और जेपी नड्डा का सारा फोकस भी एमपी पर शिफ्ट हो गया है।

Edited By :   Modified Date:  March 22, 2023 / 11:42 PM IST, Published Date : March 22, 2023/11:42 pm IST

भोपाल: 2023 का विधान सभा चुनाव 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एक बड़ी लकीर खीचने काम करेगा…बीजेपी और कांग्रेस इस बात को अच्छे से जानते हैं…यही वजह है कि 19 दिनों में बीजेपी और संघ के 5 बड़े नेता मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं…अमित शाह कमलनाथ के गढ़ को भेदने आ रहे हैं..प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री आर्मी अफिसर्स की राष्ट्रीय बैठक में आ रहे है तो वहीं संघ प्रमुख सिंधी समाज के एक कार्यक्रम में भोपाल आ रहे हैं..जाहिर है बड़े नेताओं की जमावट से एक माहौल बनता है…लेकिन कांग्रेस कह रही है कि ये जमावट नहीं घबराहट है. बीजेपी की स्थिति मध्य प्रदेश में खराब है..इसलिए लगातार राष्ट्रीय नेतृत्व दौरा कर रहा है…तो सवाल यही है मिशन 23.. दिन 19.. कौन 20 ?

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आने वाले 19 दिन बेहद खास रहने वाले हैं। इसी से ये तय हो जाएगा कि 23 में बीजेपी और कांग्रेस में से कौन 20 साबित होगा। दरअसल, 22 मार्च से 10 अप्रैल के बीच बीजेपी ने मेगा शो का प्लान किया है।  इसके तहत 25 मार्च को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छिंदवाड़ा में महाविजय का उद्धोष करेंगे, 26 मार्च को BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भोपाल दौरे पर रहेंगे। 30 मार्च को संघ प्रमुख मोहन भागवत और 31 मार्च को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भोपाल आएंगे। इसी तरह 1 अप्रैल को PM मोदी भोपाल में सेना के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आ रहे हैं।  इसके साथ ही लाडली बहना योजना, यूथ पंचायत और किसान सम्मेलन जैसे कार्यक्रमों की लंबी फेहरिस्त भी तैयार की गई है।

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जाहिर है 19 दिन के इस मेगा शो के जरिए बीजेपी 23 के समीकरण को साधने की कोशिश में है। बीजेपी की टॉप लीडरशिप के दौरे कांग्रेस के लिए नई चुनौती बन सकते हैं। हालांकि कांग्रेस अपनी वापसी को लेकर कॉन्फिडेंट है। कांग्रेस नेताओं की माने तो दौरों से जीत हासिल नहीं होती।

पिछले चुनाव में सत्ता बीजेपी के हाथ से फिसल कर कांग्रेस की झोली में चली गई थी.. उस हार से सबक लेकर बीजेपी के नेता इस बार पहले ही सक्रिय हो चुके हैं। खासकर बीजेपी के चाणक्य अमित शाह और जेपी नड्डा का सारा फोकस भी एमपी पर शिफ्ट हो गया है।

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-ब्यूरो रिपोर्ट, आईबीसी 24

 
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