Morena News: मंदिर में पुजारी नियुक्ति को लेकर खूनी संघर्ष, जमकर चले लाठी-डंडे और पथराव, दर्जनभर लोग घायल
Morena News: मंदिर में पुजारी नियुक्ति को लेकर खूनी संघर्ष, जमकर चले लाठी-डंडे और पथराव, दर्जनभर लोग घायल
Morena News/Image Source: IBC24
- मंदिर में हिंसक झड़प,
- लाठी-डंडे और पथराव,
- दर्जनभर लोग घायल,
मुरैना: Morena News: जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत माधौपुर की पुलिया के पास स्थित एक प्राचीन मंदिर में रविवार को उस समय बवाल मच गया, जब पुजारी की नियुक्ति को लेकर चल रहा विवाद हिंसक संघर्ष में बदल गया। मंदिर परिसर में पुजारी पक्ष और श्रद्धालुओं के बीच जमकर लाठी-डंडे चले और पथराव हुआ। इस घटना में करीब दर्जनभर लोग घायल हो गए जिनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल हैं।
Morena News: तीन महीने से चल रहे पुजारी विवाद ने आज खूनी रूप ले लिया। घटना के समय मंदिर में पूजा करने पहुंचे श्रद्धालु बुरी तरह डर गए और इलाके में अफरा-तफरी मच गई। दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिससे आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और हालात पर काबू पाया। घायलों को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Morena News: जानकारी के अनुसार माधौपुर पुलिया के पास स्थित इस मंदिर में पिछले तीन महीने से पुजारी की नियुक्ति को लेकर विवाद चल रहा था, लेकिन प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इससे पहले भी इसी मंदिर में बकरे की बली चढ़ाने और मांस मिलने की घटना सामने आई थी जिसके बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जो पुजारी पिछले 40 वर्षों से मंदिर में पूजा कर रहा है, उस पर पहले भी गंभीर आरोप लग चुके हैं। मोहल्ले वालों की मांग है कि ऐसे व्यक्ति को मंदिर से हटाया जाए। वहीं पुजारी पक्ष का कहना है कि उन्हें जबरन हटाने की कोशिश हो रही है और उनके परिवार पर श्रद्धालुओं द्वारा हमला किया गया।
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Morena News: एसडीएम भूपेंद्र सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों से शिकायतें मिली हैं और मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। सीएसपी दीपाली चंदौरिया ने बताया कि मंदिर में पुजारी की नियुक्ति को लेकर पिछले तीन महीने से विवाद चला आ रहा है, लेकिन स्थायी पुजारी नियुक्त न होने के कारण हालात बिगड़ गए। विवाद उस समय और भड़क गया जब पुजारी के परिवार के कुछ सदस्य मंदिर में प्रवेश करने लगे जिसे श्रद्धालुओं ने रोकते हुए विरोध किया।

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