भोपाल। मध्य प्रदेश में गरज-चमक के साथ बारिश का दौर जारी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अलग-अलग स्थानों में सक्रिय चार मौसम प्रणालियों के कारण प्रदेश का मौसम का मिजाज बदला हुआ है। अरब सागर से आ रही नमी के चलते भी प्रदेश में बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के अलावा अरब सागर से भी नमी मिलने के कारण वर्षा का दौर अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है।
इन मौसम प्रणालियों के असर से पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर-पूर्वी मप्र पर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है। इसके असर से भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर संभाग के जिलों में भारी वर्षा हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम राजस्थान से बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है, जो उत्तर-पूर्व मप्र पर बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर जा रही है। इस दौरान सिवनी, छिंदवाड़ा, देवास, आलीराजपुर एवं सीहोर जिले में अति वृष्टि हो सकती है। उधर दमोह में 79, सतना में 51, पचमढ़ी में 33, रीवा में 23, उमरिया में 18, छिंदवाड़ा में 17,शिवपुरी में 16, उज्जैन में 14, खजुराहो में 9.4, जबलपुर में 8.8, रायसेन में आठ, धार में आठ, मंडला में आठ, मलाजखंड में तीन, सीधी में तीन, गुना में तीन, सागर में दो, नर्मदापुरम में दो, बैतूल में दो, सिवनी में एक एवं भोपाल में एक मिलीमीटर वर्षा हुई।