Reported By: Pavan Kaurav
,Narsinghpur PG College Result/Image Source: IBC24
नरसिंहपुर: Narsinghpur PG College Result: नरसिंहपुर के गाडरवारा में महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ दूर–दराज़ से गरीब परिवारों के बच्चे पूरे साल कॉलेज आकर पढ़ाई करते हैं और परीक्षा देने के बाद जब रिज़ल्ट देखते हैं तो दंग रह जाते हैं। एक नहीं, दो नहीं, सैकड़ों ऐसे छात्र हैं जिन्हें रिज़ल्ट में ‘शून्य’ नंबर दे दिए गए, और कुछ छात्रों को तो परीक्षा देने के बावजूद अनुपस्थित दिखा दिया गया।
Narsinghpur PG College Result: दरअसल मामला नरसिंहपुर के गाडरवारा से सामने आया है। इस खबर को जिसने भी सुना और देखा, हर कोई चौंक गया। गाडरवारा के महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य से यह मामला जुड़ा है। यहाँ पढ़ने वाले सैकड़ों छात्रों ने मेहनत से पढ़ाई कर परीक्षा दी, लेकिन जब रिज़ल्ट आया तो उसे देखकर बच्चे हैरत में पड़ गए। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर ने कई छात्रों को शून्य नंबर दे दिए, वहीं कई छात्रों को अनुपस्थित बताया गया, जबकि उन्होंने परीक्षा दी थी। इस तरह का रिज़ल्ट देखकर बीए प्रथम वर्ष के छात्र कॉलेज और रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। छात्रों का कहना है कि उन्होंने समय पर परीक्षा दी और साल भर पढ़ाई भी की, लेकिन यूनिवर्सिटी की लापरवाही के कारण उनका रिज़ल्ट गलत अपलोड कर दिया गया।
यह समस्या केवल इसी साल नहीं हुई है। पिछले दो सालों से गाडरवारा के पीजी कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र इस समस्या का सामना कर रहे हैं। पिछले साल भी बच्चों ने जबलपुर जाकर यूनिवर्सिटी के सामने जबरदस्त प्रदर्शन किया था, लेकिन फिर भी उनका रिज़ल्ट नहीं सुधारा गया। अब इस साल फिर यूनिवर्सिटी की लापरवाही के कारण सैकड़ों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है।गाडरवारा से रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी की दूरी करीब 150 किलोमीटर है, जहाँ तक पहुँचना बच्चों के लिए मुश्किल होता है। इस कारण वे रिज़ल्ट बिगड़ने पर अंत में पढ़ाई छोड़ देते हैं। जब इस मामले में कॉलेज प्राचार्य डॉ. पी.एस. कौरव से बात की गई, तो उनका कहना था कि पूरा काम यूनिवर्सिटी संभालती है नंबर देना और रिज़ल्ट तैयार करना वहीं से होता है। प्राचार्य ने आवेदन लेकर उन्हें यूनिवर्सिटी को भेजने की बात भी कही।
Narsinghpur PG College Result: वहीं इस मामले में एनएसयूआई भी मैदान में उतर चुकी है। एनएसयूआई नेताओं का कहना है कि लगातार दो सालों से छात्रों के भविष्य को लेकर जबलपुर जाकर यूनिवर्सिटी प्रशासन और कुलपति को ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। अब इससे कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य पर गंभीर असर पड़ेगा। एनएसयूआई इस मामले में आंदोलन करने की बात कह रही है।