AL Falah University: अल फलाह यूनिवर्सिटी चांसलर जवाद सिद्दीकी और उसके भाई की खुली कुंडली! भोपाल के इन दो थानों में पहले भी दर्ज हैं मामले, दोनों भाई मिलकर कर रहे थे ऐसा काम

अल फलाह यूनिवर्सिटी चांसलर जवाद सिद्दीकी और उसके भाई की खुली कुंडली! Open horoscope of Al Falah University Chancellor Jawad Siddiqui and his brother

AL Falah University: अल फलाह यूनिवर्सिटी चांसलर जवाद सिद्दीकी और उसके भाई की खुली कुंडली! भोपाल के इन दो थानों में पहले भी दर्ज हैं मामले, दोनों भाई मिलकर कर रहे थे ऐसा काम
Modified Date: November 20, 2025 / 05:29 pm IST
Published Date: November 20, 2025 5:27 pm IST

भोपाल: AL Falah University: देश की राजधानी दिल्ली में हुए ब्लास्ट को लेकर चल रही जांच में भोपाल से एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों को ब्लास्ट के मुख्य आरोपी डॉक्टर उमर उन नबी से जुड़े जिन संपर्कों की तलाश थी, उनमें भोपाल के जवाद अहमद सिद्दीकी और हमूद सिद्दीकी के नाम अब जांच के दायरे में आ गए हैं। दोनों के खिलाफ शहर के शाहजहानाबाद और तलैया थानों में पहले से ही करोड़ों रुपए की ठगी के मामले दर्ज हैं। पुलिस इनके पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही है और नेटवर्क से जुड़े एजेंट व अन्य लोगों की तलाश जारी है।

जानकारी के अनुसार, उल-फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर बताए जा रहे जवाद अहमद सिद्दीकी और उनके भाई हमूद सिद्दीकी पर निवेश के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। दोनों लंबे समय से फरार चल रहे थे। जवाद को प्रवर्तन निदेशालय (ED) पहले ही मनी लांड्रिंग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार कर चुका है, जबकि हमूद इंदौर जिले के महू क्षेत्र में दर्ज धोखाधड़ी मामलों में पकड़ा जा चुका है। हमूद सिद्दीकी पर पुलिस ने 5000 रुपए का इनाम घोषित किया था। उसके खिलाफ वर्ष 1999 में शाहजहानाबाद थाने में भी एक अलग प्रकरण दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार, पुराने भोपाल के मुस्लिम बहुल इलाकों में दोनों ने निवेश पर पैसा दोगुना करने का लालच देकर बड़ा नेटवर्क खड़ा किया था। जैसे ही उनसे लाखों रुपए जमा हो गए, दोनों शहर से फरार हो गए थे।

दिल्ली ब्लास्ट कड़ी से खुला नया पन्ना

AL Falah University: दिल्ली ब्लास्ट के आरोपी उमर उन नबी से जुड़े कुछ संपर्कों की जांच के दौरान दोनों भाइयों से संबंधित इनपुट सामने आए, जिसके बाद उनके वित्तीय लेन-देन और पुराने मामलों को खंगाला जा रहा है। पुलिस का मानना है कि हमूद का नेटवर्क काफी व्यापक था और एजेंसियां यह जांचने में जुटी हैं कि क्या इस नेटवर्क का किसी बड़े मॉड्यूल या फंडिंग चैनल से कोई संबंध रहा है।

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