बांग्लादेश हिंसा को लेकर भारत में सियासत! यहां के पूर्व मंत्री ने कर दी सेना भेजने की मांग, कहा- आखिर किससे डर रही सरकार

यहां के पूर्व मंत्री ने कर दी सेना भेजने की मांग, कहा- आखिर किससे डर रही सरकार,Politics in Madhya Pradesh over Bangladesh violence

बांग्लादेश हिंसा को लेकर भारत में सियासत! यहां के पूर्व मंत्री ने कर दी सेना भेजने की मांग, कहा- आखिर किससे डर रही सरकार

PC Sharma Statement

Modified Date: August 10, 2024 / 12:01 pm IST
Published Date: August 10, 2024 12:01 pm IST

भोपालः Politics in Madhya Pradesh over Bangladesh violence आरक्षण को लेकर बवाल तो बांग्लादेश में हो रहा है, लेकिन सियासी आग भारत में भी सुलग रहा है। भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ अन्य दलों के नेता भी इस मुद्दे पर एक-दूसरे को घेरने में लगे हुए हैं। इसी बीच अब इस मुद्दे को लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का बयान सामने आया है। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार से बांग्लादेश में सेना भेजने की मांग की है। पीसी शर्मा ने कहा कि इस तरह की स्थिति तब भी बनी थी, जब वो पाकिस्तान में था। लेकिन इंदिरा गांधी ने बड़ा कदम उठाते हुए बांग्लादेश के दो टुकड़े कर दिए। वहां के हिंदू और मुस्लिम सहित अन्य धर्मों की आबादी ने को स्वीकार किया।

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Politics in Madhya Pradesh over Bangladesh violence उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की तरह का बवाल यदि भारत में होता तो ये लोग अब तक किसी के मकान तोड़ देते। सेना भेजो और उनके मकान तोड़ो, जो वहां हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि ये कर क्या रहे हैं, ये किससे से डर रहे हैं। अमेरिका जैसे इंटरफेयर करना चाहिए। भारत सरकार को वहां सेना भेज देना चाहिए। वहां के लोगों को प्रोटेक्ट करें, इसमें अल्पसंख्यक सभी समुदाय हैं। ये सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। RSS और बीजेपी के नेता हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए लंबी-लंबी बातें करते हैं। जब अखंड भारत बनाना चाहते हो तो बांग्लादेश भी तो उसी का हिस्सा है। वहां जो अत्याचार हो रहा है, उसको रोकिए।

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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।