राहुल की स्थिति ‘मानसिक दिवालियापन’ की है, वह आयोग पर आरोपों के लिए माफी मांगें:मोहन यादव

राहुल की स्थिति ‘मानसिक दिवालियापन’ की है, वह आयोग पर आरोपों के लिए माफी मांगें:मोहन यादव

राहुल की स्थिति ‘मानसिक दिवालियापन’ की है, वह आयोग पर आरोपों के लिए माफी मांगें:मोहन यादव
Modified Date: August 8, 2025 / 08:45 pm IST
Published Date: August 8, 2025 8:45 pm IST

उज्जैन (मध्यप्रदेश), आठ अगस्त (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की स्थिति ‘मानसिक दिवालियापन’ की है और उन्हें निर्वाचन आयोग पर लगाए गए आरोपों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।

यहां पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया पर सवाल खड़े करना ‘शहरी नक्सली’ (अर्बन नक्सलाइट) वाली मानसिकता है।

उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी ने जिस प्रकार की बयानबाजी की है, वह एक तरह से मानसिक दिवालियापन की स्थिति है।’

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उन्होंने कहा कि वह (राहुल) कभी उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों के बारे में कुछ भी बोल देते हैं तो कभी सेना का अपमान करते हैं।

यादव ने कहा कि राहुल गांधी ने अब निर्वाचन आयोग और चुनावी प्रक्रिया पर सार्वजनिक रूप से सवाल खड़े किए हैं।

उन्होंने कहा, ‘एक तरह से यह (अर्बन नक्सलाइट) वाली मानसिकता है। उनको देश से माफी मांगी चाहिए।’

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हार रही है और उसका जनाधार खत्म हो रहा है तो राहुल गांधी को इसके मद्देनजर जो करना है करें, लेकिन समूचे लोकतांत्रिक संस्थाओं और संवैधानिक संस्थाओं पर आक्रमण ना करें।

उन्होंने कहा, ‘नेता प्रतिपक्ष पद की गरिमा गिरती जा रही है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है…दुर्भाग्य से आज तक ऐसा नेता प्रतिपक्ष नहीं देखा जो इतने नीचे आकर इस तरह की बात करे। देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए उन्हें।’

मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी को यह समझना चाहिए कि जब किसी राज्य में चुनाव होता है तो कलेक्टर को संबंधित जिले का निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया जाता है और जब कर्नाटक में चुनाव हुए थे उस समय वहां कांग्रेस की सरकार थी।

उन्होंने कहा कि अगर किसी ने कोई गलती भी की है तो उसके लिए पूरे सिस्टम पर प्रश्न खड़ा करना उचित नहीं है।

राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र का डेटा सामने रखते हुए आरोप लगाया था कि मतदाता सूची में हेरफेर करके ‘वोट चोरी’ का यह मॉडल कई निर्वाचन क्षेत्रों में लागू किया गया है, ताकि भाजपा को फायदा मिल सके।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दावा किया कि यह सब भाजपा और निर्वाचन आयोग की मिलीभगत से हो रहा है तथा यह संविधान के खिलाफ अपराध है।

उन्होंने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सूची के आंकड़ों की प्रस्तुति दी और धांधली का दावा किया।

भाषा ब्रजेन्द्र संतोष

संतोष


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