Singrauli news: देश की ‘ऊर्जाधानी नगरी’ में छाया अंधेरा..! बिजली की सुविधा मिलने के बावजूद असुविधा में जी रहे ग्रामीण
देश की 'ऊर्जाधानी नगरी' में छाया अंधेरा..! बिजली की सुविधा मिलने के बावजूद असुविधा में जी रहे ग्रामीण Darkness in the country's energy city
सिंगरौली। देश की ऊर्जा राजधानी कहे जाने वाली सिंगरौली पर इन दिनों दीया तले अंधेरे वाली मुहावरा चरितार्थ हो रही है। यह हम खुद से नहीं कह रहे हैं बल्कि यहां कुछ ऐसा ही वाकया हो रहा कई गांवों में बिजली खंभे तो हैं, लेकिन बिजली के तार नहीं है। बावजूद बिजली का नियमित बिल लोगों को भेजा जा रहा है। लिहाजा जब IBC24 ने इस पूरे मुद्दे को उठाया तो अपर कलेक्टर डीपी बर्मन ने जांच की बात कही है।
Read more: डॉक्टर से मारपीट के बाद अन्य डॉक्टरों में छाया खौफ का साया, स्वास्थ्य केंद्र में अपनी सुरक्षा के लिए कर रहे ऐसे काम
सिंगरौली जिले में कई सारे कोयला एवं पावर प्लांट है, जिससे पैदा होने वाली बिजली देशभर को रोशन करने का काम करती है। बावजूद सिंगरौली जिले में इसका विपरीत असर देखा जा रहा है। यहां अभी भी कई ऐसे गांव हैं जहां बिजली के खंभे तो लगे हैं, लेकिन उसमें तार नहीं लगे बावजूद गांव के लोगों को बिजली का बिल भेजा जा रहा है। मामला चितरंगी विधानसभा का है, जहां अजनी और ढोढर गांव में बिजली की सप्लाई नियमानुसार नहीं हो सकी है। यहां आज भी लकड़ी के खम्भे से ग्रामीण बिजली लाने के लिए मजबूर हैं। बिजली विभाग ने उन्हें घर एवं मोटर का कनेक्शन भी दिया है, लेकिन कई किलोमीटर तक तार ना होने के कारण ग्रामीण अपने से ही छोटे तार एवं छोटे लकड़ी के खंभों से बिजली लाने के लिए मजबूर है।
Read more: पीएम आवास योजना में मकानों का झोलझाल… अबतक बाट जोह रहे 9000 हितग्राही
आपको बता दें कि डीएमएफ़ फंड से 102 करोड रुपए की राशि आवंटित की गई थी जहां ऐसे ही गांव को रोशन करना था। फिलहाल अभी तक यह साफ नहीं साफ नहीं हो सका है कि खंभे में तार क्यों नहीं लगाए जा सके हैं, वहीं दूसरी ओर अपर कलेक्टर डीपी बर्मन से जब बात की गयी तो उनका साफ कहना था कि जल्द ही विभाग से जबाब मागा जायेगा और जल्द ही तार बिछाने का काम किया जाएगा।
IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Facebook



