Guna News: इस सिंचाई परियोजना को लेकर बवाल! बीजेपी नेता ने कांग्रेस कार्यकर्ता से सरेआम छीना माइक, किसानों ने भी खोला मोर्चा
Tension erupted over this irrigation project, with a BJP leader publicly snatching a microphone from a Congress worker
गुनाः मध्यप्रदेश के गुना ज़िले के कुंभराज क्षेत्र में पार्वती–कालीसिंध–चंबल परियोजना को लेकर सियासत गरमा गई है। किसानों के विरोध प्रदर्शन से लेकर कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच आमने–सामने की स्थिति तक अब पूरा मामला राजनीतिक रंग ले चुका है। गुना के दशहरा मैदान में किसानों का हल्ला–बोल हुआ और फिर मंच पर माइक छीनने तक की नौबत आ गई। आखिर यह विवाद क्या है और किसानों की नाराज़गी क्यों भड़की? समझते हैं इस खबर के जरिए..
गुना के कुंभराज इलाके में बन रहे डैम को लेकर आज किसानों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। दशहरा मैदान में जुटे किसानों ने साफ कहा कि हम डैम के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि चाहते हैं कि दो अलग–अलग डैम बनाए जाएं, ताकि किसानों की जमीन कम डूब में जाऐ। और सिंचाई का पर्याप्त लाभ किसानों को मिल सके। किसानों का विरोध जैसे ही तेज हुआ। कांग्रेस नेताओं ने इसे हवा दी। राधोगढ़ विधायक और कांग्रेस जिला अध्यक्ष जयवर्धन सिंह, बमोरी विधायक ऋषि अग्रवाल और पूर्व विधायक व आप पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष ममता मीना तीनों किसानों के बीच पहुंचे और डैम पर किसानों के मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते मामला बढ़ता चला गया। लेकिन सियासी टकराव तब बढ़ गया, जब मंच पर बीजेपी नेता मनोज दुबे पहुंचे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से माइक छीन लिया।
दुबे ने दावा किया कि यह डैम किसानों के भविष्य को संवारने वाला है। किसान हितेषी सरकार है किसानों के हित में डैम बनाया जा रहा है। कांग्रेस समर्थकों ने पलटवार किया और माइक वापस ले लिया। इस दौरान मौके पर धक्का–मुक्की तक की स्थिति भी बन गई। इधर, पुलिस ने मोर्चा संभाला। हालात तनावपूर्ण रहे। ज्ञापन सौंपने पहुंचे किसानों ने नारेबाजी की। कलेक्टर ने यथास्थिति से अवगत कराने की कोशिश की, लेकिन किसान नारेबाजी करते रहे। उन्हें रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। गुना कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने स्पष्ट किया कि जब तक सर्वे पूरा नहीं हो जाता और ब्लूप्रिंट तैयार नहीं होता… किसानों के बीच भ्रम की स्थिति बनी हूई है। हमने पहले ही इरीगेशन डिपार्टमेंट को निर्देशित किया है। कैंप लगाकर वस्तु स्थिति बताएं। हालांकि कलेक्टर का कहना था कि थोड़ी–बहुत जमीन डूब में जाएगी लेकिन हज़ारों किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा।
गुना का यह मुद्दा और तूल पकड़ गया है, आज चाचौड़ा की बीजेपी विधायक प्रियंका मीना ने भी सीएम मोहन यादव से चर्चा की है। किसानों के हित में CM मोहन यादव से चर्चा की गई है। CM मोहन यादव किसानों के हित में सिंचाई परियोजना की सौगात लेकर बीनागंज में आयोजित कार्यक्रम में मंच से उन्होंने डैम की सौगात दी थी। आप किसानों के हित में CM मोहन यादव और उनकी सरकार अगला क्या फैसला लेते हैं। फिलहाल यह गुना जिले के लिए राजनीतिक मुद्दा बन चुका है। कांग्रेस इसे किसानों की आवाज़ बता रही है तो बीजेपी इसे किसान हितैषी योजना बता रही है। साफ है कि PKC परियोजना अब सिर्फ़ विकास का मुद्दा नहीं रही, बल्कि आने वाले चुनावी समीकरणों में यह बड़ा राजनीतिक हथियार भी बन सकती है।

Facebook



