लाओस से संचालित अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार
लाओस से संचालित अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार
इंदौर, 27 नवंबर (भाषा) मध्यप्रदेश पुलिस ने दक्षिण-पूर्व एशिया के देश लाओस से संचालित साइबर अपराध से जुड़े गिरोह के दो कथित सदस्यों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इंदौर के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पतरस कुमार उर्फ कैलिस और सौरभ सिंह उर्फ लूसी के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया,‘‘कुमार को पंजाब के अमृतसर के हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया, जबकि सिंह की गिरफ्तारी गुजरात के वापी से हुई।’’
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त के मुताबिक दोनों आरोपी लाओस से चल रहे उस अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े हैं जो ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसे साइबर अपराधों को अंजाम दे रहा है।
उन्होंने आरोपों के हवाले से बताया कि कुमार और सिंह ने इस गिरोह को भारतीय नागरिकों के नाम पर जारी 350 से ज्यादा सिम कार्ड उपलब्ध कराए और वे लाओस में रहकर अलग-अलग देशों के नागरिकों के साथ साइबर ठगी में शामिल हुए।
दंडोतिया ने बताया कि इस गिरोह ने इंदौर की 59 वर्षीय महिला को वर्ष 2024 में ‘डिजिटल अरेस्ट’ करके उससे 1.60 करोड़ रुपये ठग लिए थे।
उन्होंने बताया,‘‘हमें सुराग मिले हैं कि इस महिला को ठगी के जाल में फंसाने के लिए लाओस से ही वीडियो कॉल किया गया था और उसे झूठे आपराधिक मामलों में फंसाने को लेकर धमकाया गया था।’’
‘डिजिटल अरेस्ट’ साइबर ठगी का नया तरीका है। हालांकि, ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी किसी प्रक्रिया का हकीकत में कोई वजूद नहीं होता।
ऐसे मामलों में ठग खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताकर लोगों को ऑडियो या वीडियो कॉल करके फर्जी आपराधिक मामलों के नाम पर डराते हैं। फिर उन्हें गिरफ्तारी का झांसा देते हुए डिजिटल तौर पर बंधक बनाकर चूना लगा देते हैं।
भाषा हर्ष रंजन संतोष
संतोष

Facebook



