ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में आज केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोनोपोल लाइन का भूमिपूजन किया। इस दौरान उन्होंने कहा भूमिपूजन के एक साल के भीतर यह लाइन बनकर तैयार होगी। इसके निर्माण होने से लोगों के घरों के ऊपर हाई टेंशन लाइन हट जाएगी। 25 हजार घरों को ट्रिपिंग, फाल्ट व लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिलेगी। इस लाइन का हर पोल 18 मीटर का रहेगा। 66 केवी लाइन के इंसुलेटर व डिस्क लगाई जाएंगे, ताकि ट्रिपिंग व फाल्ट न आएं। इस लाइन में निर्बाध बिजली आपूर्ति जारी रहे। अक्टूबर 2023 तक इसके कार्य को पूरा किया जाएगा।
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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आगे कहा यह लाइन मोतीझील से शर्मा फार्म होते हुए बिरला नगर तक आएगी। पांच सब स्टेशन को यह लाइन आपस में जोड़ेगी और सबस स्टेशनों पर डबल सर्किट सप्लाई होगी। मौजूदा स्थिति में बिजली के नीचे वाले खतरा पैदा करते थे, लोगों को कठिनाईओं का समाना करना पड़ता था, इसलिए मोनो पोल काम शुरू किया जा रहा है। डेढ़ दो साल में ग्वालियर के विकास में आपको बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। चाहें फिर वो एयरपोर्ट हो या रेलवे स्टेशन।
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वहीं ऊर्जा मंत्री प्रघुम्न सिंह तोमर का कहना है, ग्वलियर विधान सभा में बिजली आपूर्ती करने वाली 33 केवी की लाइनें 50 साल पुरानी हैं। ये लाइनें जर्जर भी हो चुकी है। कूलर, पंखे व एसी का उपयोग काफी बढ़ गया है। साथ ही शहर का विस्तार भी हुआ है। इस कारण गर्मी के सीजन में लाइनें ओवरलोड हो जाती हैं। गर्मियों में 33 केवी के एक फीडर में 20 से ज्यादा ट्रिपिंग है। आंधी व बारिश में लंबे फाल्ट का सामना करना पड़ता है। पुरानी होने की वजह से तार टूट जाते हैं। साथ ही लोगों ने लाइनों के नीचे घर भी बना लिए हैं। लाइनों के नीचे घर होने से सुधारने में काफी दिक्कत होती है। इस परेशानी को खत्म करने के लिए मोनो पोल पर 33 केवी लाइन का निर्माण किया जा रहा है।
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