अहमदाबाद विमान हादसा: चालक दल के सदस्य दीपक पाठक का अंतिम संस्कार किया गया

अहमदाबाद विमान हादसा: चालक दल के सदस्य दीपक पाठक का अंतिम संस्कार किया गया

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  • Publish Date - June 21, 2025 / 08:27 PM IST,
    Updated On - June 21, 2025 / 08:27 PM IST

ठाणे, 21 जून (भाषा) गुजरात के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया विमान के चालक दल के सदस्य दीपक पाठक को हजारों लोगों की भीड़ ने यहां नम आंखों से शनिवार को अंतिम विदाई दी।

पाठक (34) पिछले 11 वर्षों से एअर इंडिया में कार्यरत थे और अहमदाबाद से लंदन जा रहे उस विमान में चालक दल के सदस्य के रूप में सवार थे, जो 12 जून को उड़ान भरने के चंद मिनटों बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

नौ दिनों की लंबी पहचान प्रक्रिया के बाद डीएनए परीक्षण के माध्यम से पुष्टि कर पाठक के शव को उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया था।

जब पाठक के शव को ताबूत में अंबरनाथ-बदलापुर रोड पर रावल कॉम्प्लेक्स स्थित उनके आवास पर लाया गया, तो वहां माहौल गमगीन हो गया।

ताबूत के साथ ही पाठक की एक बड़ी तस्वीर लगी हुई थी, जिसपर वहां मौजूद शोकाकुल लोगों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।

पाठक की शव यात्रा में भारी भीड़ देखी गई।

परिवार, दोस्त, पड़ोसी और आस-पास के इलाकों के लोग पाठक के ताबूत को मंजरली श्मशान ले जाने वाले फूलों से सजे ट्रक के पीछे-पीछे चल रहे थे।

पाठक के परिवार के सदस्यों ने उस दिन को याद किया जब अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने से ठीक पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें साझा की थीं।

पाठक की बहन ने कहा, “उस सुबह उन्होंने (पाठक के) मां को फोन किया और बस ‘गुड मॉर्निंग’ कहा। वह आखिरी बार था, जब हमने उनकी आवाज सुनी थी।”

उन्होंने बताया, “हम अपने-अपने रोजाना के कार्यों के कारण अक्सर बात नहीं कर पाते थे, लेकिन मेरी मां और मैं हमेशा उनसे बात करते थे।”

पांच भाई-बहनों में पाठक तीसरे स्थान पर थे और उनकी शादी चार वर्ष पहले हुई थी।

पाठक के परिवार में उनके बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और दो विवाहित बहनें हैं।

लंदन जाने वाली एअर इंडिया की उड़ान संख्या एआई-171 पिछले बृहस्पतिवार को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।

विमान में 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे, जिनमें से एक यात्री को छोड़कर सभी की मौत हो गई।

विमान के एक मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकराने के कारण 29 अन्य लोगों की मौत हो गई थी।

भाषा जितेंद्र दिलीप

दिलीप