जालना (महाराष्ट्र), 18 मई (भाषा) रिपब्लिकन सेना के अध्यक्ष आनंदराज आंबेडकर ने संकेत दिया है कि वह अपने भाई व वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर के साथ राजनीतिक मतभेदों को दूर करने के लिए तैयार हैं।
आनंदराज और प्रकाश डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के पोते हैं।
आनंदराज ने शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दो गुटों और उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे के संभावित रूप से फिर से साथ होने को लेकर चल रही बातचीत की ओर इशारा किया।
प्रकाश आंबेडकर के छोटे भाई आनंदराज ने कहा, ‘अगर वे अपने मतभेदों को दूर कर सकते हैं, तो कोई कारण नहीं है कि आंबेडकर परिवार एक साथ न आ सके।’
हालांकि, उन्होंने आरपीआई (ए) प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले को फिर से साथ लेने की संभावना को खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘उन्हें साथ लेने का कोई सवाल ही नहीं है, क्योंकि वह आंबेडकर परिवार के सदस्य नहीं हैं।’
आनंदराज ने कहा कि रिपब्लिकन सेना आगामी स्थानीय निकाय चुनाव लड़ेगी और उन्होंने पार्टी के विस्तार की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने महाबोधि मंदिर प्रबंधन अधिनियम 1949 को निरस्त करने की मांग की तथा महाबोधि विहार को पूर्णतः बौद्ध समुदाय को सौंपने की मांग की।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर टिप्पणी करते हुए आनंदराज ने कहा कि सरकार को आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए अभियान जारी रखना चाहिए।
उन्होंने सीमापार खतरों पर दृढ़ प्रतिक्रिया के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना की तथा भारत-पाकिस्तान संघर्ष में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की स्वयंघोषित मध्यस्थता की आलोचना की।
भाषा नोमान दिलीप
दिलीप
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)