वधावन बंदरगाह पर भूमि पुत्रों को नौकरियों में दरकिनार करने की कोशिशें बर्दाश्त नहीं होंगी: फडणवीस
वधावन बंदरगाह पर भूमि पुत्रों को नौकरियों में दरकिनार करने की कोशिशें बर्दाश्त नहीं होंगी: फडणवीस
पालघर, 26 नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि पालघर जिले में बन रही वधावन बंदरगाह परियोजना में स्थानीय निवासियों को नौकरियों में प्राथमिकता दी जानी चाहिए और आगाह कि इस विशाल परियोजना में ऐसे लोगों को उनके समुचित ‘रोजगार’ से वंचित करने का कोई भी प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इस बंदरगाह परियोजना से 10 लाख नौकरियां सृजित होंगी।
फडणवीस दो दिसंबर को होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के लिए पालघर जिले के डहाणू और पालघर कस्बों में चुनावी रैलियों को संबोधित कर रहे थे।
फडणवीस ने कहा, ‘वधावन बंदरगाह दुनिया के शीर्ष बंदरगाहों में से एक बनने जा रहा है। यह भारत में अपनी तरह का पहला बंदरगाह होगा और इससे लगभग 10 लाख नौकरियां सृजित होंगी।’
फडणवीस ने कहा, ‘मैंने प्राधिकारियों को निर्देश दिया है कि वधावन परियोजना में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलना चाहिए। ये 10 लाख नौकरियां भूमि पुत्रों एवं पुत्रियों को मिलेंगी… 56 कंपनियों ने पहले ही समझौतों पर हस्ताक्षर कर दिए हैं और प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू कर दिया हैं।’
उन्होंने कहा, ‘स्थानीय निवासियों को नौकरियों में दरकिनार करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर कोई पालघर या डहाणू के लोगों को उनके वाजिब रोजगार से वंचित करने की कोशिश करेगा, तो यह देवेंद्र भाऊ वहां जाकर उन्हें बता देगा कि यह सब नहीं चलेगा। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक स्थानीय लोगों को उनका हक नहीं मिल जाता।’
यह ग्रीनफील्ड परियोजना वधावन पोर्ट प्रोजेक्ट लिमिटेड (वीपीपीएल) द्वारा दो चरणों में विकसित की जा रही है। इस बंदरगाह में नौ कंटेनर टर्मिनल होंगे।
मछुआरों की रोजगार संबंधी आशंकाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्हें किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा, “उन्हें आधुनिक फिशिंग हार्बर, नई नावें, गहरे समुद्र में मछली पकड़ने की क्षमता और पारंपरिक मत्स्य व्यवसाय के लिए पूरा सहयोग मिलेगा।”
उन्होंने बताया कि मुंबई से पहुंच को मज़बूत करने के लिए सरकार मुंबई कोस्टल रोड को विरार तक और आगे डहाणू तक ले जाने की योजना पर काम कर रही है।
फडणवीस ने कहा कि तेजी से हो रहे शहरीकरण से जिले के प्राकृतिक संसाधनों को नुकसान न पहुंचे, इसके लिए एक व्यापक विकास योजना तैयार की गई है।
उन्होंने कहा, “पानी, जमीन और जंगलों की विविधता प्रभावित नहीं होगी।”
संविधान दिवस का उल्लेख करते हुए फडणवीस ने डॉ. भीमराव आंबेडकर को याद किया।
उन्होंने कहा, “उन्होंने संविधान के माध्यम से हमें लोकतंत्र दिया। पहले राजा राजवंशों में जन्म लेते थे, अब मतपेटी के माध्यम से शासक चुना जाता है।”
संविधान दिवस 26 नवंबर 1949 को संविधान को औपचारिक रूप से अपनाने की तिथि की याद में मनाया जाता है। केंद्र सरकार ने 2015 में 26 नवंबर को संविधान दिवस घोषित किया था।
विपक्ष की आलोचनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने समर्थकों से कहा कि भड़काऊ बयानों से भ्रमित न हों।
उन्होंने कहा, “कोई कह सकता है कि वे आपकी ‘लंका’ फूंक देंगे। लेकिन हम लंका में नहीं रहते। हम भगवान राम के अनुयायी हैं। रावण, राम का भाई नहीं हो सकता, फिर चुनाव में ऐसी भाषा क्यों?”
फडणवीस ने कहा कि उनका ध्यान विकास और कामकाज पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा, “मैं आपको बताने आया हूं कि हम क्या करने जा रहे हैं और यह भी दिखाने कि हमने क्या किया है।”
उन्होंने स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों को समर्थन देने की अपील की।
उन्होंने कहा, “आप ‘कमल’ (भाजपा का चुनाव चिह्न) को वोट दें, हम आपके कल्याण के लिए कदम उठाएंगे।”
भाषा
राखी माधव
माधव

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