भागवत के अस्पताल उद्घाटन करने से पहले विवाद, मुनगंटीवार ने अपनी ही पार्टी के विधायक को घेरा

भागवत के अस्पताल उद्घाटन करने से पहले विवाद, मुनगंटीवार ने अपनी ही पार्टी के विधायक को घेरा

भागवत के अस्पताल उद्घाटन करने से पहले विवाद, मुनगंटीवार ने अपनी ही पार्टी के विधायक को घेरा
Modified Date: December 22, 2025 / 07:00 pm IST
Published Date: December 22, 2025 7:00 pm IST

चंद्रपुर, 22 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र में भाजपा के नेता सुधीर मुनगंटीवार ने सोमवार को कहा कि उनकी ही पार्टी के एक विधायक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भगवत के हाथों चंद्रपुर में कैंसर अस्पताल के उद्घाटन को रोकने के लिए पत्र लिखा था।

वह चंद्रपुर के विधायक किशोर जोरगेवार द्वारा जिलाधिकारी को लिखे गए पत्र का जिक्र कर रहे थे, जिसमें आवश्यक सेवाओं, पानी की आपूर्ति और कर्मचारियों जैसी महत्वपूर्ण पक्षों पर सवालिया निशान होने के बावजूद अस्पताल के उद्घाटन पर हैरानी जतायी थी।

मुनगंटीवार ने कहा कि उन्होंने दिन में भागवत के हाथों से पंडित दीनदयाल उपाध्याय कैंसर अस्पताल का उद्घाटन कराने के लिए राज्य चुनाव आयोग से पूर्व अनुमति ले ली थी।

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उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “मैंने जरूरतमंदों की सेवा के लिए चंद्रपुर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय कैंसर अस्पताल की स्थापना के लिए हर संभव प्रयास किया। दिवंगत रतन टाटा की इच्छा थी कि अस्पताल का उद्घाटन आरएसएस के ‘सरसंघचालक’ मोहन भगवत द्वारा किया जाए।”

टाटा ट्रस्ट और राज्य सरकार के सहयोग से 280 करोड़ रुपये की लागत से 140 बिस्तरों वाले इस अस्पताल का निर्माण किया गया है।

जोरगेवार का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि जिन “स्थानीय विधायक का “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने (पार्टी में) स्वागत किया था”, उन्होंने कार्यक्रम को रोकने के लिए एक पत्र भेजा था।

जोरगेवार ने 2019 के विधानसभा चुनाव में चंद्रपुर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी और फिर 2024 में भाजपा के टिकट पर इस सीट को बरकरार रखा। वह पहले शिवसेना में भी रह चुके हैं।

पंडित दीनदयाल कैंसर अस्पताल का उद्घाटन सोमवार को भगवत ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सस्ती शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता है, और इसे विकेंद्रीकृत किया जाना चाहिए।

भागवत ने कहा, ‘‘कैंसर पीड़ितों और परिवारों को भावनात्मक ताकत और समर्थन चहिए। हमें यह सुनिश्चत करना चाहिए कि इस कैंसर अस्पताल जैसी सुविधाएं प्रभावशाली ढंग से काम करें।’’

भाषा प्रशांत माधव

माधव


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