मानहानि: नवाब मलिक को पुलिस की क्लीन चिट के खिलाफ समीर वानखेड़े की बहन ने याचिका दायर की
मानहानि: नवाब मलिक को पुलिस की क्लीन चिट के खिलाफ समीर वानखेड़े की बहन ने याचिका दायर की
मुंबई, पांच सितंबर (भाषा) स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के पूर्व जोनल निदेशक समीर वानखेड़े की बहन यास्मीन वानखेड़े ने आरोप लगाया है कि पुलिस वरिष्ठ राकांपा नेता नवाब मलिक के खिलाफ उनकी मानहानि की शिकायत की निष्पक्ष जांच करने में विफल रही।
उन्होंने दावा किया कि ऐसा प्रतीत होता है कि जांच महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री मलिक द्वारा ‘‘प्रभावित और कुछ हद तक निर्देशित’’ की गई है।
वर्ष 2021 में दायर अपनी शिकायत में, यास्मीन ने मलिक पर आरोप लगाया था कि उन्होंने विभिन्न ट्वीट और टेलीविजन साक्षात्कारों में उनके खिलाफ झूठे, मानहानिकारक और निंदनीय आरोप लगाए। इसके बाद बांद्रा मजिस्ट्रेट अदालत ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 202 के तहत जांच का आदेश दिया और पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया।
अदालत को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में पुलिस ने मलिक को क्लीन चिट देते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया उनके खिलाफ संज्ञेय या असंज्ञेय अपराध का कोई सबूत नहीं है।
रिपोर्ट में मलिक के इस बयान का हवाला दिया गया कि उनके (सोशल मीडिया) ‘पोस्ट’ और संवाददाता सम्मेलन एक राजनीतिक पार्टी के प्रवक्ता के रूप में उनके कर्तव्य का हिस्सा थे।
मलिक ने पुलिस को बताया कि यास्मीन वानखेड़े के प्रति उनकी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है।
यास्मीन वानखेड़े ने बुधवार को वकील अली कासिफ खान के माध्यम से पुलिस की रिपोर्ट के खिलाफ एक याचिका दायर की, जिसमें दावा किया गया कि यह ‘‘आरोपी व्यक्ति के आचरण को उचित ठहराने का प्रयास है, जो कानून के प्रावधानों के विपरीत है’’।
याचिका में कहा गया कि पुलिस अधिकारी मामले की निष्पक्ष जांच करने में विफल रहे हैं।
मामले में अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी।
भाषा नेत्रपाल पवनेश
पवनेश

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