मुंबई, 14 अप्रैल (भाषा) मुंबई के शिवाजी पार्क में स्थित भीमराव आंबेडकर के अंतिम विश्राम स्थल चैत्यभूमि में वक्ताओं की सूची में नाम नहीं होने की खबरों के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को कहा कि बाबा साहेब के दर्शन करना भाषण देने से ज्यादा महत्वपूर्ण है।
चैत्यभूमि में आयोजित एक कार्यक्रम में वक्ताओं की सूची में उनका नाम नहीं होने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में शिंदे ने कहा, ‘‘चैत्यभूमि में बाबासाहेब के दर्शन करने से ज्यादा महत्वपूर्ण क्या हो सकता है। बाबासाहेब के दर्शन करना उस भाषण से ज्यादा महत्वपूर्ण है।’’
उनसे यह भी पूछा गया कि क्या वह इससे परेशान हैं। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हुए।
शिंदे का यह बयान महायुति के भीतर दरार की चर्चा के बीच आया है। महायुति में शिवसेना, भाजपा और अजित पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल है।
उन्होंने रविवार को महायुति के भीतर किसी भी तरह की दरार की चर्चा को खारिज कर दिया था और कहा था कि अगर कोई मुद्दा है तो उसे बातचीत के जरिए सुलझा लिया जाएगा।
शिंदे ने कहा था, ‘‘महायुति के भीतर कोई कलह नहीं है। सब कुछ ठीक है। हम काम करने वाले लोग हैं और शिकायत नहीं करते। हम लड़ने वाले लोग हैं।’’
भाषा रंजन माधव
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