भाजपा, शिवसेना के बीच सीट बंटवारे से आरपीआई(ए) को बाहर रखना ‘विश्वासघात’: आठवले
भाजपा, शिवसेना के बीच सीट बंटवारे से आरपीआई(ए) को बाहर रखना ‘विश्वासघात’: आठवले
मुंबई, 30 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने मंगलवार को कहा कि आगामी मुंबई निकाय चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना के बीच हुए सीट बंटवारे के समझौते से उनकी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया-आठवले (आरपीआई-(ए)) को बाहर रखा जाना ‘‘विश्वासघात’’ है।
सत्तारूढ़ सहयोगी भाजपा और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने सोमवार को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव में क्रमशः 137 और 90 सीट पर चुनाव लड़ने के लिए सीट बंटवारे पर सहमति जताई।
आठवले ने समझौते से बाहर रखे जाने पर नाराजगी जताते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘महायुति के गठन के बाद से हम पूरी निष्ठा और दृढ़ता से गठबंधन के साथ खड़े रहे हैं लेकिन सीट बंटवारे को लेकर आज जो हुआ है, वह विश्वासघात है।’’
उन्होंने दावा किया कि सोमवार को शाम चार बजे चर्चा के लिए एक बैठक तय थी लेकिन गठबंधन सहयोगी अपनी प्रतिबद्धता निभाने में विफल रहे।
उन्होंने कहा कि यह केवल समय की बर्बादी नहीं है, बल्कि हमारे स्वाभिमान पर हमला है।
आठवले ने कहा, ‘‘मुंबई निकाय चुनाव नजदीक हैं। मैं अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करूंगा इसलिए आज मेरे कार्यकर्ता जो भी फैसला करेंगे, मैं उसका पूरा समर्थन करूंगा।’’
इस बीच, आरपीआई (ए) के सूत्रों ने कहा कि पार्टी के उम्मीदवार 50 सीट पर नामांकन दाखिल करेंगे।
पार्टी के एक सूत्र ने कहा, ‘‘नामांकन वापस लेने के लिए अब भी समय है। देखते हैं कि क्या सम्मानजनक चर्चा होती है और नामांकन वापस लेने या सौहार्दपूर्ण चुनाव लड़ने का निर्णय लिया जाता है। तब तक, हम अकेले ही 50 सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं।’’
जहां भाजपा और शिवसेना ने सीट बंटवारे के समझौते की घोषणा की है, वहीं महायुति का एक अन्य घटक दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) बृहन्मुंबई नगर निगम चुनाव अलग लड़ रहा है।
महाराष्ट्र के 29 नगर निगमों के लिए 15 जनवरी को होने वाले चुनावों के मद्देनजर नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख मंगलवार को यानी आज है।
भाषा सिम्मी मनीषा
मनीषा

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