देश को धर्म के आधार पर नहीं बांटा जाना चाहिए : शिवराज पाटिल

देश को धर्म के आधार पर नहीं बांटा जाना चाहिए : शिवराज पाटिल

Modified Date: September 17, 2023 / 10:26 pm IST
Published Date: September 17, 2023 10:26 pm IST

लातूर (महाराष्ट्र), 17 सितंबर (भाषा) पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने रविवार को कहा कि भारत में विविध धर्म हो सकते हैं लेकिन लोगों के लिए जन्म, प्यास और भूख एक समान है चाहे वे किसी भी धर्म को मानते हों तथा देश को धर्म के आधार पर नहीं बांटा जाना चाहिए।

पाटिल ने ‘मराठावाड़ा मुक्ति दिवस’ की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मनाने के लिए यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि धर्म एक ज्ञान है जो लोगों को जोड़ता है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम सभी तक इस विचार का प्रसार करेंगे तो हमें अच्छी ताकत मिलेगी।’’

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लातूर, मराठावाड़ा क्षेत्र के आठ जिलों का हिस्सा है जो कभी निजाम शासित हैदराबाद रियासत के तहत आता था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ब्रिटिश लोगों और मुगलों ने सदियों तक भारत में राज किया लेकिन देश के पूर्वजों ने इसे एकजुट रखने का प्रयास किया।

उन्होंने कहा, ‘‘देश में कई धर्म हैं लेकिन हमने इस भावना को जिंदा रखा कि हम एकजुट हैं। पहले अनाज अमेरिका से खरीदना पड़ता था लेकिन आज भारत आत्मनिर्भर बन गया है और अपने लोगों को अनाज की आपूर्ति करता है तथा विदेशियों को इसका निर्यात करता है।’’

भाषा गोला नेत्रपाल

नेत्रपाल


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