Teacher Punishes Students: स्टूडेंट को 100 उठक-बैठक करवाने वाले स्कूल में एक और बड़ा कांड, सिर्फ इस बात के लिए छात्रों को शिक्षक ने बेरहमी से पीटा
महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों द्वारा छात्रों की कथित पिटाई की घटना ने जिले में सनसनी फैलाकर रख दी है।
teacher punishes students/ image source: IBC24
- पालघर जिले के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में छात्रों की कथित पिटाई का मामला
- कुछ छात्र डर के मारे स्कूल छोड़कर पास के जंगल की ओर भाग गए
- अभिभावकों ने जिला परिषद को ज्ञापन सौंपा
Teacher Punishes Students:पालघर: महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों द्वारा छात्रों की कथित पिटाई की घटना ने जिले में सनसनी फैलाकर रख दी है।
यह है पूरा मामला
अधिकारियों के अनुसार, यह मामला जांभूल मठ क्षेत्र के जिला परिषद के एक स्कूल में सामने आया, जहाँ कुछ छात्रों को समय पर पानी लाने में असफल होने के कारण शिक्षक द्वारा डांट और शारीरिक सजा दी गई। इस खौफ से डरकर कुछ छात्र स्कूल छोड़कर पास के जंगल की ओर भाग गए। घटना की पृष्ठभूमि में जिले के एक अन्य स्कूल में कक्षा छह के छात्र की हालिया मौत है, जिसे कथित तौर पर देर से स्कूल आने पर 100 उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया गया था। इसी संदर्भ में यह मामला और भी गंभीर और संवेदनशील माना जा रहा है।
छात्रों के अभिभावकों ने सौंपा ज्ञापन
Teacher Punishes Students: छात्रों के अभिभावकों ने बुधवार को जिला परिषद को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षकों ने बच्चों को लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित जल स्रोत से पानी लाने के लिए भेजा था। जब छात्र देर से लौटे, तो शिक्षकों ने उन्हें कथित तौर पर पिटाई की। इस पिटाई से परेशान होकर कुछ छात्रों ने स्कूल परिसर छोड़कर पास के जंगल में भागना ही उचित समझा।
अभिभावकों ने सख्त कार्रवाई की मांग की
Teacher Punishes Students: ज्ञापन में अभिभावकों ने स्कूल कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएँ न केवल बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरनाक हैं, बल्कि शिक्षा के माहौल को भी प्रभावित करती हैं।
जिला परिषद की प्राथमिक शिक्षा अधिकारी सोनाली मातेकर ने इस मामले पर कहा, “जिला परिषद ने इन आरोपों की जांच शुरू कर दी है। घटना की पूरी जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। जांच दल पहले ही स्कूल में पहुंच चुका है और सभी तथ्यों को स्पष्ट करने का प्रयास कर रहा है।”
शिक्षा विभाग ने भी कहा है कि इस प्रकार की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और बच्चों की सुरक्षा तथा उचित व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

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