पुणे भूमि सौदा : पुलिस ने निलंबित तहसीलदार और पावर ऑफ अटॉर्नी धारक से पूछताछ की
पुणे भूमि सौदा : पुलिस ने निलंबित तहसीलदार और पावर ऑफ अटॉर्नी धारक से पूछताछ की
पुणे (महाराष्ट्र), 11 दिसंबर (भाषा) पुलिस ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार से जुड़ी एक कंपनी से संबंधित पुणे के विवादास्पद भूमि सौदे के सिलसिले में निलंबित तहसीलदार सूर्यकांत येवले और ‘पावर ऑफ अटॉर्नी’ धारक शीतल तेजवानी से संयुक्त रूप से पूछताछ की है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
खड़क थाने में दर्ज मामले में येवले, तेजवानी और ‘अमाडिया एंटरप्राइजेज एलएलपी’ के साझेदार दिग्विजय पाटिल आरोपी हैं। पार्थ पवार अमाडिया एंटरप्राइजेज में सबसे बड़े साझेदार हैं लेकिन प्राथमिकी में उनका नाम नहीं है। पाटिल, पार्थ पवार के व्यापारिक साझेदार और संबंधी हैं।
भूमि विक्रेताओं की ओर से पावर ऑफ अटॉर्नी (पीओए) धारक तेजवानी को तीन दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था और वह 11 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में हैं।
इस मामले की जांच कर रही पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बुधवार को येवले और तेजवानी से पूछताछ की।
मुंडवा के पॉश इलाके में 40 एकड़ जमीन को अमाडिया एंटरप्राइजेज को 300 करोड़ रुपये में बेचने का मामला पिछले महीने तब जांच के दायरे में आया जब यह पता चला कि यह जमीन सरकार की है और बेची नहीं जा सकती। आरोप यह भी है कि कंपनी को 21 करोड़ रुपये की स्टांप ड्यूटी का भुगतान करने से भी छूट दी गई थी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि येवले को ईओडब्ल्यू कार्यालय में तलब किया गया और उनसे तथा तेजवानी से एक साथ पूछताछ की गई।
निलंबित तहसीलदार से उस नोटिस के बारे में पूछताछ की गई जो उन्होंने 40 एकड़ जमीन के पट्टेदार भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (बीएसआई) को जारी किया था, जिसमें उन्हें जमीन खाली करने के लिए कहा गया था।
अधिकारी के अनुसार, अमाडिया एंटरप्राइजेज से एक पत्र प्राप्त होने के बाद येवले ने जिला कलेक्टर कार्यालय को मामले की सूचना देने के बजाय सरकारी अनुसंधान संस्थान बीएसआई को बेदखली का नोटिस भेज दिया। पत्र में कहा गया था कि सौदे के बाद कंपनी भूमि की नई मालिक है,
पावर ऑफ अटॉर्नी धारक तेजवानी ने यह जानते हुए भी कि भूमि राज्य सरकार की है, उसे अमाडिया एंटरप्राइजेज को बेच दिया।
इस सौदे के सामने आने के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पिछले महीने कहा था कि पार्थ और उनके कारोबारी साझेदार को इस बात की जानकारी नहीं थी कि जमीन सरकार की है। उन्होंने दावा किया कि विवादित सौदा रद्द कर दिया गया है।
भाषा गोला जोहेब
जोहेब

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