मुंबई, पांच अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से बैंकों और अन्य प्रतिष्ठानों में मराठी भाषा के प्रयोग को लागू करने के लिए जारी आंदोलन को फिलहाल रोकने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर पर्याप्त जागरूकता पैदा कर दी है।
ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं को लिखे पत्र में कहा कि आंदोलन ने स्थानीय भाषा के इस्तेमाल पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मानदंडों का पालन न करने के नतीजों को दिखाया है।
ठाकरे ने कहा, “अब इस आंदोलन को रोकने में कोई समस्या नहीं है क्योंकि हमने इस मुद्दे पर पर्याप्त जागरूकता पैदा कर दी है।”
ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा, “आंदोलन को फिलहाल रोक दें, लेकिन इससे ध्यान न भटकने दें। मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि वह सुनिश्चित करे कि कानून का पालन हो।’’
‘यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस’ द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे गए पत्र के एक दिन बाद ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं को यह निर्देश दिया।
‘यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस’ ने पत्र में कहा था कि मनसे कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले लोग बैंक शाखाओं में जाकर कर्मचारियों को धमका रहे हैं।
पत्र के मुताबिक, “उनकी (मनसे कार्यकर्ताओं की) मांग है कि सभी बोर्ड केवल मराठी में हों और सभी अधिकारी केवल मराठी में ही बात करें।”
पत्र में आरोप लगाया गया कि बैंक अधिकारियों को धमकाया गया और उनके साथ मारपीट की गई।
फडणवीस ने इसके बाद शुक्रवार को कानून को अपने हाथ में लेने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
ठाकरे ने कहा कि आरबीआई के नियमों को लागू करना सरकार की जिम्मेदारी है।
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