महाराष्ट्र में विज्ञान नवाचार केंद्रों का विस्तार होगा, डॉ नार्लीकर का नाम दिया जाएगा

महाराष्ट्र में विज्ञान नवाचार केंद्रों का विस्तार होगा, डॉ नार्लीकर का नाम दिया जाएगा

महाराष्ट्र में विज्ञान नवाचार केंद्रों का विस्तार होगा, डॉ नार्लीकर का नाम दिया जाएगा
Modified Date: July 17, 2025 / 02:20 pm IST
Published Date: July 17, 2025 2:20 pm IST

मुंबई, 17 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र सरकार राज्य भर में अपने विज्ञान एवं नवाचार गतिविधि केंद्रों (एसआईएसी) का विस्तार करेगी और इस पहल का नाम प्रसिद्ध खगोल भौतिक विज्ञानी डॉ. जयंत विष्णु नार्लीकर के नाम पर रखेगी। प्रदेश सरकार के मंत्री आशीष शेलार ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

सूचना प्रौद्योगिकी एवं सांस्कृतिक मामलों के मंत्री शेलार ने विधानसभा में कहा कि इस पहल का उद्देश्य महाराष्ट्र को देश में विज्ञान-प्रधान राज्य के रूप में स्थापित करना है।

राजीव गांधी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आयोग (आरजीएसटीसी) द्वारा 2015 में शुरू किए गए ये केंद्र वर्तमान में राज्य में छह स्थानों पर कार्यरत हैं।

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नई योजना के तहत, अगले पांच वर्ष में 23 अन्य जिलों में 28 नई प्रौद्योगिकी प्रयोगशालाओं के साथ एसआईएसी स्थापित किए जाएंगे। शेलार ने सदन को बताया कि इस पहल पर राज्य सरकार लगभग 192 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है।

उन्होंने कहा, ‘‘सरकार राज्य भर में एसआईएसी का विस्तार करेगी और इस पहल का नाम डॉ. जयंत नार्लीकर के नाम पर रखेगी।’’

प्रख्यात खगोल भौतिकीविद् डॉ. नार्लीकर गुरुत्वाकर्षण के हॉयल-नार्लीकर सिद्धांत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हैं। गत 20 मई को 86 वर्ष की आयु में पुणे में उनका निधन हो गया था।

भाषा वैभव नरेश

नरेश


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