एमवीए में सीट-बंटवारे की बातचीत अंतिम चरण में: चेन्निथला

एमवीए में सीट-बंटवारे की बातचीत अंतिम चरण में: चेन्निथला

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  • Publish Date - February 22, 2024 / 04:18 PM IST,
    Updated On - February 22, 2024 / 04:18 PM IST

(फोटो के साथ)

मुंबई, 22 फरवरी (भाषा) कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने बृहस्पितवार को कहा कि राज्य में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घटकों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत अंतिम चरण में है और इस महीने के अंत तक आखिरी निर्णय की घोषणा कर दी जाएगी।

उन्होंने यहां कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है।

उन्होंने कहा कि गठबंधन की एक बैठक 27 और 28 फरवरी को होगी जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-शरदचंद्र पवार, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी भी शामिल है।

चेन्निथला ने पार्टी मुख्यालय तिलक भवन में राज्य कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद संवाददाताओं से बात की।

उन्होंने कहा, ‘‘सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। इस फैसले की घोषणा 27 और 28 तारीख की बैठक के बाद की जाएगी।’’

उन्होंने कहा कि एमवीए गठबंधन मजबूत है और हर कोई अधिकतम सीटें जीतने के लिए एकजुट होकर काम करेगा। प्रकाश आंबेडकर, शरद पवार और उद्धव ठाकरे के साथ बातचीत चल रही है।

चेन्निथला ने कहा कि लोनावाला में हाल में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में इस बात पर ध्यान केंद्रित किया गया कि पार्टी को जमीनी स्तर पर कैसे मजबूत किया जाए और मुंबई कांग्रेस की चुनावी तैयारी की भी समीक्षा की जा रही है।

राज्य में कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) का देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का नारा एक मजाक है क्योंकि ‘‘भ्रष्टाचार के आरोपी सभी नेता भाजपा के साथ हैं।’’

उन्होंने कहा,”क्या (उपमुख्यमंत्री और राकांपा प्रमुख) अजित पवार पर 70,000 करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले का आरोप लगने के बाद केंद्रीय एजेंसियों ने छापा मारा था? प्रधानमंत्री (नरेन्द्र)मोदी ने अशोक चव्हाण पर आदर्श घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया और (अब) उन्हें भाजपा से राज्यसभा सदस्य बनाया। भाजपा उन नेताओं के लिए ढाल बन गई है जिन पर उसने पहले भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।’’

पटोले ने दावा किया कि भाजपा के 303 लोकसभा सदस्यों में से 165 पहले विपक्षी दलों के साथ थे, जिनमें 67 ऐसे भी थे जो कभी कांग्रेस के साथ थे।

भाषा अभिषेक धीरज

धीरज