मतदाता सूची के एसआईआर से वैध मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा होगी: फडणवीस

मतदाता सूची के एसआईआर से वैध मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा होगी: फडणवीस

मतदाता सूची के एसआईआर से वैध मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा होगी: फडणवीस
Modified Date: July 28, 2025 / 09:57 pm IST
Published Date: July 28, 2025 9:57 pm IST

वर्धा, 28 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से मतदाताओं की सटीक सूची उपलब्ध होगी। उन्होंने बिहार में निर्वाचन आयोग द्वारा कराई जा रही एसआईआर की सराहना की।

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की क्षेत्रीय बैठक के अवसर पर वर्धा में मीडिया को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि उन्होंने 2012 में मतदाता सूची में गहन पुनरीक्षण कराने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

उन्होंने आगामी मुंबई नगर निकाय चुनावों के लिए उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे के बीच संभावित साझेदारी को तूल नहीं देते हुए कहा कि यह एक राजनीतिक मुद्दा है।

 ⁠

फडणवीस ने कहा,‘‘मुंबई की जनता ने महायुति का महापौर चुनने का फैसला कर लिया है। इसलिए, चाहे वे (शिवसेना-उबाठा और मनसे) एक साथ आएं या अलग-अलग लड़ें या कुछ भी करें, लेकिन महापौर महायुति गठबंधन से ही होगा।’’

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति में भारतीय जनता पार्टी, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं।

इससे पहले दिन में, उच्चतम न्यायालय ने बिहार में मसौदा मतदाता सूची के प्रकाशन पर रोक लगाने से इनकार करते हुए कहा कि वह निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ दायर याचिकाओं पर एक बार और हमेशा के लिए फैसला करेगा।

फडणवीस ने न्यायालय के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘हम मतदाता सूची की एसआईआर की मांग कर रहे हैं। पिछले 20 वर्षों में, कई मतदाता नए आवासीय पते पर चले गए हैं, जबकि कुछ अन्यत्र चले गए हैं। कुछ नाम पुराने और नए पतों में शामिल हैं, जबकि कुछ लोगों की मृत्यु हो चुकी है।’

उन्होंने निर्वाचन आयोग को (बिहार में मतदाता सूची की एसआईआर के लिए) धन्यवाद दिया और कहा कि इस प्रक्रिया से मतदाताओं की सही सूची उपलब्ध होगी और मतदाता अधिकारों का कार्यान्वयन सुनिश्चित होगा।

फडणवीस ने कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की इस कथित टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की कि पहलगाम के पीछे आतंकवादी ‘स्थानीय’ हो सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आश्चर्य नहीं है, क्योंकि इन लोगों ने पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक पर संदेह जताया था। समस्या उनकी मानसिकता में है, जिसे बदला नहीं जा सकता। यहां तक कि लोग ऐसे नेताओं की ईमानदारी पर भी सवाल उठा रहे हैं।’’

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि संसद में विपक्ष के हंगामे के पीछे ऑपरेशन सिंदूर पर एक विशेष विमर्श गढ़ने की उनकी गुप्त मंशा है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और हमारे बहादुर सैनिकों ने किस तरह पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर किया, इस पर चर्चा नहीं चाहता। उनमें चर्चा का सामना करने का साहस नहीं है।’’

मुख्यमंत्री ने भारत नाम के इस्तेमाल को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा की गई टिप्पणी का समर्थन किया।

फडणवीस ने कहा, ‘‘मोहनजी भागवत ने जो कहा है, उसमें कुछ भी विवादास्पद नहीं है। भारत भारत है। हम संविधान में भारत और इंडिया का प्रयोग करते हैं। देश को भारत कहना अधिक उपयुक्त होगा।’’

भाषा धीरज रंजन

रंजन


लेखक के बारे में