‘निशानची’ ‘गैंग ऑफ वासेपुर’ से पूरी तरह से अलग है: अनुराग कश्यप

‘निशानची’ ‘गैंग ऑफ वासेपुर’ से पूरी तरह से अलग है: अनुराग कश्यप

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  • Publish Date - September 5, 2025 / 07:26 PM IST,
    Updated On - September 5, 2025 / 07:26 PM IST

मुंबई, पांच सितंबर (भाषा) फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप ने कहा है कि आगामी फिल्म ‘निशानची’ उनकी फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से अलग है।

उन्होंने कहा कि 2012 में आई फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ उन कहानियों से प्रेरित थी जो उन्होंने सुनी थीं, वहीं उनकी नई फिल्म सीधे तौर पर उनके अपने जीवन और कानपुर तथा लखनऊ में हुई उनकी परवरिश से जुड़ी है।

इस हफ्ते की शुरुआत में ‘निशानची’ का ट्रेलर जारी किया गया था और तब से सोशल मीडिया पर इसकी तुलना ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से की जा रही है, जो पीढ़ियों से चली आ रही गिरोहों की प्रतिद्वंद्विता पर आधारित थी और काफी लोकप्रिय हुई थी।

‘निशानची’ जुड़वां भाइयों बबलू और डबलू के अंतर्संबंधित जीवन पर आधारित है। इसमें ऐश्वर्य ठाकरे दोहरी भूमिका में हैं, उनके साथ वेदिका पिंटो, मोनिका पंवार, कुमुद मिश्रा और मोहम्मद जीशान अय्यूब भी हैं। ठाकरे इस फिल्म से अपने करियर की शुरुआत कर रहे हैं।

हालांकि, कश्यप ने दोनों फिल्मों के बीच किसी तरह की समानताओं को खारिज कर दिया।

निदेशक ने एक बयान में कहा कि ‘वासेपुर’ , मुंहज़ुबानी प्रचार की वजह से लोकप्रिय फिल्म बन गई और “जहां भी मैं जाता, लोग चिल्लाने लगते- ‘वासेपुर 3, वासेपुर 3!’

उन्होंने कहा कि ‘वासेपुर’ पूरा उत्तर भारत नहीं है और ‘निशानची’ फिल्म ‘वासेपुर’ से पूरी तरह से अलग है।

कश्यप ने कहा कि वह कानपुर और लखनऊ में बड़े हुए हैं और ‘निशानची’ उसी दुनिया से निकली है। उनके मुताबिक, इसके विपरीत, ‘वासेपुर’ एक ऐसी कहानी थी जो उन्होंने किसी और से सुनी थी।

निदेशक ने कहा, “ ‘निशानची’ मेरी अपनी यादों, मेरे हास्य बोध, मेरी आदतों, भाषा और संगीत को जीवंत करती है, जो सब कुछ मेरे भीतर पहले से ही बसा हुआ है। यह एक काल्पनिक कहानी है, लेकिन इसे भाषा की मिठास, लोगों की खुशी और एक अलग जगह के मिज़ाज से प्रेरणा मिलती है।’

भाषा

नोमान नरेश

नरेश