संकट में ठाकरे सरकार? कांग्रेस के 25 विधायकों के बागी तेवर, सोनिया गांधी से करेंगे मुलाकात
महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना गठबंधन की सरकार कि मुखिया उद्धव ठाकरे मुश्किल में फंस सकते हैं! महाराष्ट्र से आए दिन तीन दलों के बीच तकरार की खबरें आती रही हैं। Thackeray government in trouble? Rebel attitude of 25 Congress MLAs
sonia gandhi
मुंबई। 30 Mar 2022। Thackeray government trouble: महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना गठबंधन की सरकार कि मुखिया उद्धव ठाकरे मुश्किल में फंस सकते हैं! महाराष्ट्र से आए दिन तीन दलों के बीच तकरार की खबरें आती रही हैं। अब फिर से एक खबर आयी है वह ये कि महाराष्ट्र के कम से कम 25 कांग्रेस विधायकों ने महा विकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कांग्रेस के मंत्रियों के खिलाफ ही शिकायत करने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा है।
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Thackeray government trouble: इन विधायकों का आरोप है कि उनकी ही पार्टी के मंत्री उनकी बातें नहीं सुन रहे हैं। विधायकों ने एक पत्र में सोनिया गांधी से ‘चीजों को ठीक करने’ के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ विधायकों ने कहा है कि एमवीए में मंत्री, विशेष रूप से कांग्रेस के मंत्री, उनकी बात नहीं सुन रहे हैं। उनमें से एक ने कहा, “अगर मंत्री विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में काम को लागू करने के अनुरोधों की अनदेखी करते हैं, तो पार्टी चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कैसे करेगी?”
पार्टी में समन्वय की कमी का संकेत
पार्टी में समन्वय की कमी का संकेत देते हुए विधायकों ने कहा कि उन्हें पिछले हफ्ते ही पता चला कि कांग्रेस के प्रत्येक मंत्री को उनके मुद्दों को उचित रूप से संबोधित करने के लिए पार्टी के तीन विधायकों को सौंपा गया था। एक अन्य कांग्रेस विधायक ने कहा, “हमें तब पता चला जब एचके पाटिल ने हाल ही में एक बैठक की थी कि कांग्रेस मंत्रियों को तीन-तीन विधायक आवंटित किए गए थे। यह स्पष्ट रूप से एमवीए सरकार बनने के कुछ महीने बाद किया गया था, लेकिन हमें इसके बारे में केवल 2.5 साल पहले ही पता चला। अब भी कोई नहीं जानता कि कौन सा मंत्री हमसे जुड़ा हुआ है।”
राकांपा हम पर हमला कर रही
कांग्रेस के एक अन्य विधायक ने कहा, “राकांपा हम पर हमला कर रही है। राकांपा मंत्रालयों को अधिक धन आवंटित किया जाता। अगर चीजें समान रहती हैं तो महाराष्ट्र में कांग्रेस अन्य राज्यों की तरह हाशिए पर चली जाएगी।”
विधायकों ने कहा कि पंजाब में पार्टी की हार के बाद तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी महाराष्ट्र में बेकार रहती है तो इसी तरह के नजीते वहां भी हो सकते हैं।

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