ठाणे: बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए खोदे गए गड्ढे में नाबालिग की डूबकर मौत, मामला दर्ज

ठाणे: बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए खोदे गए गड्ढे में नाबालिग की डूबकर मौत, मामला दर्ज

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  • Publish Date - April 10, 2025 / 06:31 PM IST,
    Updated On - April 10, 2025 / 06:31 PM IST

ठाणे, 10 अप्रैल (भाषा) ठाणे जिले के भिवंडी कस्बे में, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए खोदे गए एक गड्ढे में 12 वर्षीय लड़के की डूबकर मौत हो गई। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने एक ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही बरतने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के भिवंडी से सांसद सुरेश म्हात्रे ने दावा किया कि सुरक्षा के लिहाज से खुदाई स्थल के आसपास के क्षेत्र को घेरा नहीं गया था, जबकि परियोजना का क्रियान्वयन कर रही ‘नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड’ (एनएचएसआरसीएल) ने कहा कि पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए गए थे।

नारपोली थाने के वरिष्ठ निरीक्षक भरत कामथ ने बताया कि घटना सोमवार शाम कोपर गांव में उस समय हुई जब पानी से भरे इस गड्ढे में लड़का गिर गया।

उन्होंने कहा कि ठेकेदार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 106 (लापरवाही के कारण हुई मौत) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, हालांकि मामले में अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।

मुंबई और अहमदाबाद को जोड़ने के लिए 508 किलोमीटर लंबी निर्माणाधीन ‘हाई स्पीड रेल लाइन’ पर कार्य जारी है और परियोजना के तहत मुंबई के बाहरी इलाके में स्थित भिवंडी में एक डिपो बनाया जा रहा है।

एनएचएसआरसीएल ने बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में कहा कि लड़का ‘कथित तौर पर खंभों के निर्माण के लिए खोदी गई जगह पर तैरने गया था’ और वहां ‘पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए गए थे’।

एनएचएसआरसीएल ने कहा कि श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं और एनएचएसआरसीएल तथा उसके ठेकेदार जांच में पूरा सहयोग करेंगे।

एनएचएसआरसीएल का कहना है, ‘‘हम निर्माण स्थलों के आसपास रहने वाले लोगों से आग्रह करते हैं कि वे बिना अनुमति के एहतियात के तौर पर घेरे गए क्षेत्रों में प्रवेश न करें।’’

भिवंडी के सांसद म्हात्रे ने बुधवार को शोक संतप्त परिवार से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की और न्याय दिलाने में उनका सहयोग करने का आश्वासन दिया।

सांसद ने कहा, ‘‘जब तक न्याय नहीं मिल जाता, हम चैन से नहीं बैठेंगे। कंपनियों को विकास के नाम पर निर्दोष लोगों की जान से नहीं खेलना चाहिए।’’

भाषा यासिर सुरभि

सुरभि