नासिक, नौ सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के नासिक में आदिवासी बच्चों के लिए एक सरकारी आवासीय विद्यालय में एक छात्र की मौत के बाद प्रधानाध्यापक और अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि प्रधानाध्यापक और अधीक्षक ने बच्चे के माता-पिता को उसके खराब स्वास्थ्य के बारे में सूचित नहीं किया और दोनों अधिकारियों की कथित तौर पर लापरवाही के कारण छात्र की मौत हो गई।
माता-पिता और स्थानीय लोगों ने सोमवार को बच्चे के शव को रखकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद कलवन तालुका के चंकापुर स्थित आवासीय विद्यालय के प्रधानाध्यापक बालाजी भुजबल और अधीक्षक संजय नंदने को निलंबित कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, तीसरी कक्षा के छात्र रोहित विलास बागुल को शुक्रवार से बुखार, उल्टी और शरीर में दर्द की शिकायत थी लेकिन स्कूल प्रशासन ने उसके माता-पिता को सूचित नहीं किया।
पुलिस ने बताया कि जब लड़के के गांव का एक निवासी अपने बेटे से मिलने स्कूल गया तो उसे बच्चे की हालत के बारे में पता चला, जिसके बाद बच्चे के माता-पिता को सूचित किया और उसे घर ले आया।
पुलिस के मुताबिक, लड़के के माता-पिता उसे अभोना के एक निजी अस्पताल ले गए लेकिन रविवार देर रात उसकी मौत हो गई।
आदिवासी विकास विभाग के अतिरिक्त आयुक्त दिनकर पावरा ने दोनों अधिकारियों के निलंबन के आदेश जारी किए।
उन्होंने बताया कि लड़के का पोस्टमार्टम कर सोमवार को उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
भाषा जितेंद्र खारी
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