ठाणे में रैली से पहले शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुटों के कार्यकर्ता आमने-सामने, नारेबाजी

ठाणे में रैली से पहले शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुटों के कार्यकर्ता आमने-सामने, नारेबाजी

Edited By :  
Modified Date: March 2, 2025 / 08:58 PM IST
,
Published Date: March 2, 2025 8:58 pm IST

ठाणे, दो मार्च (भाषा) शिवसेना और शिवसेना (उबाठा) के कार्यकर्ता रविवार शाम महाराष्ट्र के ठाणे शहर में एक रैली से पहले आमने-सामने आ गए और नारेबाजी की।

यह घटना आनंद आश्रम के पास हुई, जहां शिवसेना (उबाठा) ने आगामी नगर निगम चुनावों के मद्देनजर एक रैली का आयोजन किया था।

शिवसेना (उबाठा) के वरिष्ठ नेता विनायक राउत, संजय राउत और चंद्रकांत खैरे दिवंगत नेता आनंद दिघे को श्रद्धांजलि देने के लिए ठाणे पहुंचे और जैसे ही वे आनंद आश्रम के बाहर दिघे की प्रतिमा के पास एकत्र हुए, महिलाओं सहित प्रतिद्वंद्वी गुट के सदस्य एक-दूसरे से भिड़ गए, जिसके बाद तीखी नारेबाजी हुई।

तनाव तब और बढ़ गया जब शिवसेना (उबाठा) के नेता दीघे के स्मारक ‘शक्ति स्थल’ की ओर बढ़े।

पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी सुरक्षा तैनात की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्थिति नियंत्रण से बाहर न हो जाए।

शिवसेना (उबाठा) नेता खैरे ने मीडिया से बातचीत में घटना को कोई खास तवज्जो नहीं दी वहीं शिवसेना की महिला शाखा की पूर्व नेता मीनाक्षी शिंदे ने प्रतिद्वंद्वी गुट के नेताओं की आलोचना की।

शिंदे ने कहा, ‘उन्हें (शिवसेना उबाठा नेताओं को) दिघे की प्रतिमा या स्मारक पर जाने का कोई अधिकार नहीं है। महिला कार्यकर्ताओं ने उन्हें भगा दिया और बाद में उस स्थान को शुद्ध किया।’

सांसद नरेश म्हास्के ने शिवसेना (उबाठा) नेताओं के दौरे को महज दिखावा बताया जिसकी कोई अहमियत नहीं है।

भाषा शोभना रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)