Chhattisgarh Nikay Election 2025: बागी नेताओं की लिस्ट तैयार.. पार्टी छोड़कर महापौर-पार्षद चुनाव लड़ने वालों पर कार्रवाई तय, इनके नाम है शामिल
भाजपा के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, "जो लोग चाटुकारिता करते हैं उन्हें ही टिकट मिलती है, और जो नहीं करते उनकी टिकट काट दी जाती है। कांग्रेस एक गिरोह बन गई है, और इस गिरोह का सदस्य होने वाले ही टिकट पा रहे हैं।" कांग्रेस के सामने इस स्थिति को लेकर कठिन निर्णय लेने की स्थिति बन चुकी है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि बागियों के खिलाफ पार्टी की कार्रवाई कितनी प्रभावी होती है।
Chhattisgarh Nikay Election 2025 || Image- IBC24 News
- छत्तीसगढ़ में चुनावी प्रचार-प्रसार अपने चरम पर
- सियासी दलों के बागी नेताओं ने बढ़ाई परेशानी
- भाजपा-कांग्रेस कर सकती है ऐसे नेताओं पर बड़ी कार्रवाई
Chhattisgarh Nikay Election 2025: रायपुर: रायपुर नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के लिए एक नई चुनौती पैदा हो गई है। एक दर्जन से अधिक बागी प्रत्याशियों की वजह से कांग्रेस के मजबूत गढ़ में सेंध लगने की आशंका है। कई सिटिंग पार्षदों की टिकट काटने का निर्णय कांग्रेस के लिए भारी पड़ रहा है, क्योंकि इन वार्डों में बागी प्रत्याशी कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए खतरा बन चुके हैं।
बागियों के विरोध से परेशान नेता
कांग्रेस की ओर से टिकट में बदलाव के बाद सिटिंग पार्षदों जैसे आकाश तिवारी, विमल गुप्ता, समीर अख्तर, जितेंद्र अग्रवाल और बंटी होरा पर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। इन नेताओं को कांग्रेस पार्टी से निकालने की योजना बनाई जा रही है, हालांकि वरिष्ठ नेताओं के कई प्रयासों के बावजूद ये बागी प्रत्याशी चुनावी मैदान में बने हुए हैं।
प्रदेशभर में बागियों की स्थिति
Chhattisgarh Nikay Election 2025: कांग्रेस ने प्रदेशभर से बागियों की सूची तैयार की है। अंबिकापुर से तीन, चिरमिरी से दो, बिलासपुर से दस, कोरबा से दो, धमतरी से ग्यारह और राजनांदगांव से छह बागी चुनावी मैदान में हैं। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि सभी जिलों से बागियों की सूची मांगी गई है और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा ने साधा निशाना
इस पर भाजपा के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जो लोग चाटुकारिता करते हैं उन्हें ही टिकट मिलती है, और जो नहीं करते उनकी टिकट काट दी जाती है। कांग्रेस एक गिरोह बन गई है, और इस गिरोह का सदस्य होने वाले ही टिकट पा रहे हैं।” कांग्रेस के सामने इस स्थिति को लेकर कठिन निर्णय लेने की स्थिति बन चुकी है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि बागियों के खिलाफ पार्टी की कार्रवाई कितनी प्रभावी होती है।

Facebook



