ये फिल्म देखने का असली मजा थ्रीडी में है और अगर आपके शहर में आईमैक्स थिएटर हो तो वहां फिल्म देखने के तो कहने की ही क्या। जेम्स कैमरून ने ‘अवतार’ में ऑडियंस को साल 2154 में बसी पैंडोरा की काल्पनिक दुनिया से मिलवाया था।
मशहूर डायविंग इंस्ट्रक्टर किर्क क्रैर्क ने एक्टर्स को अंडरवाटर डाइव करने की ट्रेनिंग दी है। ऐसा नहीं लगता कि कुछ भी बनावटी है।फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ देखना अपने आप में एक निराला अनुभव है।
अवतार: द वे ऑफ वॉटर' का बेसब्री से इंतजार कर रहे फैंस फिल्म को अब थिएटर में देखने पहुंच चुके हैं। सोशल मीडिया पर फिल्म को काफी पसंद किया जा रहा है।
निर्देशक जेम्स कैमरून की जिस फिल्म का फैंस पिछले 13 सालों से इंतजार कर रहे हैं, आखिरकार वह फिल्म यानी ‘अवतार: द वे ऑफ वॉटर’ Avatar कल से सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म का पहला पार्ट 2009 में रिलीज आया था।
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लोग ट्विटर पर फिल्म के क्लिप शेयर कर प्रतिक्रियायें दे रहे हैं। यह फिल्म टेक्निकली मील का पत्थर है। धरती से कई सौ प्रकाश वर्ष दूर पेंडोरा की दुनिया भी स्क्रीन पर हमें बेहद कुदरती महसूस होती है।
जहां नीले रंग के लोगों की आबादी दिखाई थी। जेम्स ने इन्हें नावी का नाम दिया था। दिखने में यह भले ही इंसानों की तरह हो, लेकिन ये इंसान नहीं हैं। वहीं अब फिल्म डायरेक्टर ने फिल्म की दूसरी कड़ी में हवा के बाद अब नावी की पानी में बसी दुनिया को दिखाया है। ‘
अवतार: द वे ऑफ वॉटर’ में दिखाया गया है कि नावी किस तरह से पानी में रहते हैं, जीवों से दोस्ती और प्यार करते हैं। फिल्म 3.12 घंटे लम्बी है और ऐसे में फिल्म कहीं-कहीं पर नीरस होने का एहसास भी पैदा करती है।
लेकिन टोटैलिटी में यह फिल्म जेम्स कैमरून का ऐसा सिनेमाई कारनामा है जिसे लम्बे समय तक तक याद किया जाएगा। अवतार 2' ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी चर्चा पैदा की है।
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