Chaitra Navratri Day 6: नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा करते समय करें इन मंत्रो का जाप, दूर होगी शादी में आ रही रुकावट

Chaitra Navratri Day 6: नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा करते समय करें इन मंत्रो का जाप, दूर होगी शादी में आ रही रुकावट

Chaitra Navratri Day 6: नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा करते समय करें इन मंत्रो का जाप, दूर होगी शादी में आ रही रुकावट

Chaitra Navratri Day 6/ Image Credit: IBC24 File

Modified Date: April 4, 2025 / 03:33 pm IST
Published Date: April 3, 2025 3:51 pm IST
HIGHLIGHTS
  • नवरात्रि का छठवां दिन मां कात्यायनी को समर्पित है।
  • मां कात्यायनी को सफलता और यश का प्रतीक माना जाता है।
  • इनकी पूजा से शादी में आ रही रुकावट दूर होती है।

नई दिल्ली। Chaitra Navratri Day 6: 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ हो चुका है। इसका समापन 07 अप्रैल को होगा। ऐसे में देशभर के देवी मंदिरों में मां दुर्गा की उपासना की जाएगी। नवरात्रि का व्रत साल में चार बार रखा जाता है, जिसमें से दो बार प्रत्यक्ष और दो बार गुप्त नवरात्रि आती हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्रि को छोड़कर दो गुप्त नवरात्रि भी होती हैं। वहीं चैत्र नवरात्रि चैत्र महीने में पड़ती है। इसकी शुरुआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से होती है और नवमी तिथि पर समापन होता है। वहीं नवरात्रि का आज छठवां दिन है इस दिन मां दुर्गा का छठवां रूप मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना करने से विवाह में आ रही अड़चनें खत्म हो जाती हैं। मां कात्यायनी को सफलता और यश का प्रतीक माना जाता है। तो चलिए जानते हैं इसके पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है।

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पूजा का शुभ मुहूर्त

मां कात्यायनी की पूजा का शुभ मुहूर्त आज 3 अप्रैल 2025 सुबह 07 बजकर 02 मिनट पर शुरू हो चुका है और यह पूरे दिन जारी रहेगा।

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पूजा विधि

इस दिन भक्त सूर्योदय से पहले स्नान करके, पीले या लाल वस्त्र पहनकर मां की आराधना करते हैं और पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करके, कलश का पूजन किया जाता है। मां कात्यायनी को वस्त्र अर्पित करके, घी का दीपक जलाया जाता है। रोली का तिलक, अक्षत, धूप और पीले फूल मां को चढ़ाए जाते हैं। उसके बाद पान के पत्ते पर शहद और बताशे में लौंग रखकर मां का भोग लगाया जाता है। अंत में कपूर जलाकर मां कात्यायनी की आरती की जाती है।

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मां कात्यायनी के मंत्र

“या देवी सर्वभूतेषु मां कात्यायनी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:”।।
कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी। नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।


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