Jyeshtha Purnima 2025: आज या कल.. कब है ज्येष्ठ पूर्णिमा? इन उपायों से घर में आएगी सुख-समृद्धि, सदैव रहेगा माता लक्ष्मी का वास
Jyeshtha Purnima 2025: आज या कल.. कब है ज्येष्ठ पूर्णिमा? इन उपायों से घर में आएगी सुख-समृद्धि, सदैव रहेगा माता लक्ष्मी का वास
Jyeshtha Purnima 2025/Image Credit: IBC24 File
- ज्येष्ठ पूर्णिमा की तिथि 11 जून को
- चावल, वस्त्र और अन्य वस्तुओं का दान करें
- "ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें
Jyeshtha Purnima 2025: हिंदू धर्म में ज्येष्ठ पूर्णिमा का खास महत्व होता है। स्नान-दान और पूजा-पाठ के लिए पूर्णिमा तिथि को बेहद खास माना जाता है। इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा की तिथि को लेकर लोगों के बीच कंफ्यूजन बना हुआ है। कुछ लोग ज्येष्ठ पूर्णिमा की तिथि 10 जून को तो कुछ 11 जून बता रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं ज्येष्ठ पूर्णिमा की तिथि, मुहूर्त, पूजा और के उपायों बारे में…
ज्येष्ठ पूर्णिमा 2025 मुहूर्त (Jyeshtha Purnima 2025 Muhurat)
ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि का आरंभ मंगलवार 10 जून, सुबह 11 बजकर 35 मिनट से होगा, जिसका समापन बुधवार 11 जून को दोपहर 01 बजकर 13 मिनट पर होगा। ऐसे में इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा 11 जून 2025 को मनाई जाएगी, लेकिन इस दिन पूर्णिमा तिथि दोपहर तक ही रहेगी। वहीं चंद्रमा पूजन चंद्रोदय के बाद ही संभव है। ऐसे में जो लोग चंद्रमा पूजन करते हैं, वे 10 जून को ही पूर्णिमा का व्रत रखेंगे। इस दिन चंद्रोदय का समय शाम 06 बजकर 45 मिनट पर रहेगा। वहीं, अगर आप वट पूर्णिमा का व्रत रख रहे हैं, और व्रत करते है तो उदयातिथि के अनुसार, 11 जून 2025 को पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा। इसी दिन स्नान, दान, वट पूर्णिमा पूजा, सत्यनायारण पूजा इसी तिथि पर किए जाएंगे।
ज्येष्ठ पूर्णिमा 2025 पूजा विधि (Jyeshtha Purnima 2025 Puja Vidhi)
- व्रती महिलाएं ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान ध्यान करें।
- सूर्योदय के समय बरगद के पेड़ के चारों ओर इकट्ठा होकर, उसकी जड़ों पर फूल, अक्षत (हल्दी के साथ चावल) और मीठा पानी अर्पित करें।
- पेड़ की तीन बार परिक्रमा करें। प्रत्येक परिक्रमा पर कच्चा सूती धागा बांधें।
- इसके बाद बड़ों का आशीर्वाद लें।
- पूजा में उपयोग किए गए कपड़े और श्रंगार किसी बुजुर्ग विवाहित महिला को उपहार में दें।
- अनुष्ठान का समापन विष्णु और लक्ष्मी को समर्पित मंत्रों के साथ करें।
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर जरूर करें ये उपाय (Jyeshtha Purnima 2025 Upay)
- ज्येष्ठ पूर्णिमा का दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन एक लोटे में जल, दूध और थोड़ा गुड़ मिलाकर पीपल के वृक्ष की जड़ में अर्पित करें। इससे पितृदोष और आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं।
- चंद्रमा को दूध, शहद और चंदन मिलाकर अर्घ्य देंना चाहिए। ऐसा करने से मानसिक शांति मिलेगी और मनोकामनाएं पूर्ण होगी।
- इस दिन गंगाजल और दूध मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इससे चंद्र दोष कम होगा और घर में सुख-समृद्धि आएगी।
- थोड़े से चावल लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें और चंद्रदेव की पूजा करें। यह उपाय धन वृद्धि के लिए शुभ माना जाता है।
- शाम कोपूजा के समय शांत मन से “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- इस दिन चावल, वस्त्र और अन्य वस्तुओं का दान करें। इससे घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती।
- घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक चिन्ह बनाएं और आम या अशोक के पत्तों से तोरण सजाएं। ऐसा करने से माता लक्ष्मी आकर्षित होती हैं।

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