बौद्ध जयंती पर 7 मई को मांस-मटन बिक्री केंद्र बंद रखने के आदेश, पंचशील सिद्धांतों के खिलाफ है जीव हिंसा

बौद्ध जयंती पर 7 मई को मांस-मटन बिक्री केंद्र बंद रखने के आदेश, पंचशील सिद्धांतों के खिलाफ है जीव हिंसा

बौद्ध जयंती पर 7 मई को मांस-मटन बिक्री केंद्र बंद रखने के आदेश, पंचशील सिद्धांतों के खिलाफ है जीव हिंसा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:55 pm IST
Published Date: May 6, 2020 11:18 am IST

रायपुर। 7 मई यानि गुरूवार को बौद्ध जयंती के अवसर पर रायपुर के सभी मांस-मटन बिक्री केंद्र बंद रहेंगे। नगर ​निगम रायपुर के स्वास्थ विभाग ने इस आशय के आदेश जारी कर दिए हैं। किसी भी दुकान में मांस ब्रिकी करते हुए पाए जाने पर सामाग्री की जब्ती एवं संबंधित ​व्य​क्ति के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाई की जाएगी।

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मान्‍यता है कि वैशाख महीने की पूर्णिमा को गौतम बुद्ध ने जन्‍म लिया था, उन्‍हें सृष्टि के पालनहार श्री हर‍ि विष्‍णु का नवां अवतार माना जाता है, बौद्ध धर्म के संस्‍थापक गौतम बुद्ध के जन्‍म दिन को बौद्ध अनुयायी बुद्ध जयंती के रूप में मनाते हैं। महात्‍मा बुद्ध ने अपने अनुयायियों को जीवन जीने के लिए पंचशील सिद्धांतों का अनुसरण करने का उपदेश दिया था। बौद्ध उपासकों और अनुयायियों के लिए इन सिद्धांतों का पालन करना आवश्‍यक माना गया है।

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आपको बता दें कि पंचशील बौद्ध धर्म में माने गए पांच शील अथवा सदाचार हैं, ये सदाचार मानव को सदा ही संयमी और आचरणपूर्ण जीवन जीने का संदेश देते हैं। भगवान बुद्ध द्वारा दिए गए पंचशील सिद्धांत इस प्रकार हैं—
1. प्राणीमात्र की हिंसा से विरत रहना।
2. चोरी करने या जो दिया नहीं गया है उससे विरत रहना।
3. लैंगिक दुराचार या व्‍यभिचार से विरत रहना।
4. असत्‍य बोलने से विरत रहना।
5. मादक पदार्थों से विरत रहना।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com