Aarti Jankinatha : जय जानकीनाथा, जय श्रीरघुनाथा। दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनिये बाता॥ यहाँ सुनें प्रभु श्री राम जी की प्रिय आरती
Jai Jankinatha, Jai Shri Raghunatha. I pray with both hands, Lord! Listen to this. here Listen to the favorite Aarti of Lord Shri Ram Ji
Jai Jankinatha jai shri raghunatha
Aarti Jankinatha :भगवान राम को हिंदू धर्म में भगवान विष्णु का सातवां अवतार माना जाता है उनका पूरा नाम रामचंद्र है। भगवान राम, अयोध्या के महाराज दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे। उनकी मां का नाम कौशल्या था। भगवान राम का विवाह मिथिला नरेश राजा जनक की पुत्री सीता से हुआ था। भगवान राम को आदर्श पुरुष, आदिपुरुष, और मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। मान्यता है की रोज़ाना राम जी की आरती गाने से विजय प्राप्ति की वरदान मिलता है, पापों का अंत होता है और मन साकारात्मक भाव से भर जाता है।
Aarti Jankinatha : आईये यहाँ पढ़ें और सुनें भगवान श्री राम की प्रिय आरती
॥ श्री जानकीनाथ आरती ॥
जय जानकीनाथा,जय श्रीरघुनाथा।
दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनिये बाता॥
जय जानकीनाथा, जय श्रीरघुनाथा॥
तुम रघुनाथ हमारे, प्रान पिता माता।
तुम ही सज्जन-सङ्गीभक्ति मुक्ति दाता॥
जय जानकीनाथा, जय श्रीरघुनाथा॥
Aarti Jankinatha
लख चौरासी काटोमेटो यम त्रासा।
निसिदिन प्रभु मोहि रखियेअपने ही पासा॥
जय जानकीनाथा, जय श्रीरघुनाथा॥
राम भरत लछिमनसँग शत्रुहन भैया।
जगमग ज्योति विराजै,शोभा अति लहिया॥
जय जानकीनाथा, जय श्रीरघुनाथा॥
Aarti Jankinatha
हनुमत नाद बजावत,नेवर झमकाता।
स्वर्णथाल कर आरतीकौशल्या माता॥
जय जानकीनाथा, जय श्रीरघुनाथा॥
सुभग मुकुट सिर, धनु सरकर सोभा भारी।
मनीराम दर्शन करिपल-पल बलिहारी॥
जय जानकीनाथा, जय श्रीरघुनाथा॥
Aarti Jankinatha
जय जानकीनाथा,जय श्रीरघुनाथा।
दोउ कर जोरें बिनवौं,प्रभु! सुनिये बाता॥
जय जानकीनाथा, जय श्रीरघुनाथा॥
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