इस दिन लगेगा साल का आखिरी सूर्यग्रहण, ग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये काम 

इस दिन लगेगा साल का आखिरी सूर्यग्रहण : The last solar eclipse of the year will take place on December 4, read full story

इस दिन लगेगा साल का आखिरी सूर्यग्रहण, ग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये काम 

Surya Grahan ke dauran in mantron ka kare jaap

Modified Date: November 29, 2022 / 08:33 am IST
Published Date: November 28, 2021 5:58 pm IST

नई दिल्लीः last solar eclipse of the year  4 दिसंबर को इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है। सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर की सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा, जो दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा। हालांकि ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसी कारण भारत में इका सूतक काल भी मान्य नहीं रहेगा। लेकिन राशियों पर शुभ- अशुभ प्रभाव पड़ता है। शास्त्रों में सूर्य ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। आपको बताते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करना है और क्या नहीं करना है

Read More : कोरोना के नए वैरिएंट ‘ओमीक्रोन’को लेकर सरकार ने दिए सख्ती के निर्देश, सभी राज्यों को जारी की एडवायजरी 

ये 7 काम न करें
1. सूर्य ग्रहण के समय में भोजन करना वर्जित माना गया है।
2. कोई भी नया काम आरंभ न करें और नाहीं मांगलिक कार्य करने चाहिए।
3. नाखून कांटना, कंघी करना वर्जित माना गया है।
4. ग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए।
5. चाकू या धारदार चीजों का इस्तेमाल न करें।
6. ग्रहण से पहले पके हुए भोजन में तुलसी का पत्ता डालकर रख दें।
7. ग्रहण के समय में घर के मंदिर के कपाट बंद कर दें।

 ⁠

Read More : Railway में निकली बंपर भर्ती, 10 पास भी कर सकते है आवेदन, देखें पूरी डिटेल 

ग्रहण के समय ये करना है
1. ग्रहण के समय में इष्ट देव का पूजन करें। उनके मंत्रों का जप करें।
2. सूर्य ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना गया है।
3. ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करें।
4. ग्रहण समाप्त होने के बाद घर की सफाई करें।
5. घर में गंगाजल का छिड़काव करें।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।