आज नर्मदा जयंती, दर्शन मात्र से मिलता है पुण्य, देखें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि | Today, Narmada Jayanti, virtue is attained only by philosophy See auspicious time and worship method

आज नर्मदा जयंती, दर्शन मात्र से मिलता है पुण्य, देखें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

आज नर्मदा जयंती, दर्शन मात्र से मिलता है पुण्य, देखें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:00 PM IST, Published Date : February 19, 2021/4:54 am IST

जबलपुर । अमरकंटक सहित मध्यप्रदेश में आज नर्मदा जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है।  हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को मां नर्मदा का जन्मदिवस मनाया जाता है।  नर्मदा जयंती  के अवसर पर नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में हर साल की इस बार भी विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। नर्मदा जयंती के आयोजन में सीएम शिवराज भी शिरकत करेंगे।

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नर्मदा पूजन विधि
नर्मदा नदी को गंगा की तरह पर पवित्र नदी माना जाता है। मां नर्मदा का दर्शन मात्र से पुष्य प्राप्त होता है। नर्मदा जयंती के दिन  मां नर्मदा की पूजन सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक की जा सकती है। नदी में स्नान कर फूल, अक्षत, कुमकुम, धूप से मां नर्मदा की पूजन-अर्चन करना चाहिए। इस  नर्मदा नदी में दीपदान का विशेष महत्व है।
नर्मदा नदी के जल में दीपदान करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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देखें शुभ मुहूर्त
माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी इस बार 18 फरवरी से ही शुरू हो रही है, जो  19 फरवरी 10:59 तक रहेगी। इस दिन सुबह ब्रह्म मूहुर्त से लेकर सुबह 10:59 तक स्नान के लिए शुभ मूहुर्त है। इस दौरान नर्मदा नदी में स्नान करने से  विशेष पुण्यलाभ मिलता है।

हिंदू मान्यताओं केअनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को ही मां नर्मदा का अवतरण पृथ्वी पर हुआ था।  लोक कथाओं के मुताबिक देवताओं के पाप धोने औऱ उद्धार के लिए भगवान शिव ने मां नर्मदा को उत्पन्न किया था।   नर्मदा नदी मध्य प्रदेश के साथ महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों से बहती है।  इसलिए तीनों राज्यों में नर्मदा जयंती धूमधाम से मनाई जाती है।

 
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