Santoshi Mata Vrat/ Image Credit: Freepik
नई दिल्ली। Santoshi Mata Vrat: हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन प्रत्येक देवी-देवता को समर्पित है। ऐसे में शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी और माता संतोषी का दिन माना जाता है। माता संतोषी को सुख शांति और वैभव की देवी माना जाता है। माना जाता है कि, शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत करने से घर में सुख समृद्धि आती है, साथ ही जिन्हें संतान सुख प्राप्त नहीं हो पा रहा वो संतान प्राप्ति के लिए इस व्रत को करते हैं। मान्यता है कि, माता संतोषी का जन्म शुक्रवार के दिन हुआ था इसलिए इस दिन उनकी पूजा का विधान है। तो चलिए जानते हैं संतोषी माता की पूजा विधि क्या है और उनकी पूजा के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
शुक्रवार को व्रत का संकल्प कर नहा धोकर, लाल रंग के वस्त्र पहनें।
अब पूजा के स्थान पर माता की पूजा के लिए एक चौकी के ऊपर लाल रंग का कपड़ा बिछा लें और उस पर मां संतोषी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित कर दें।
इसके साथ ही कलश की भी स्थापना करनी चाहिए।
अब मां संतोषी को सिंदूर, अक्षत, फूल और माला चढ़ाएं।
संतोषी माता को भोग में चना और गुड़ चढ़ाना शुभ माना जाता है, साथ ही केला भी उन्हें चढ़ाना चाहिए।
अब घी का दीपक जलाएं, धूप दिखाएं और व्रत कथा, चालीसा, मंत्र पढ़कर आरती करें।
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Santoshi Mata Vrat: संतोषी मां के व्रत में शुक्रवार को भूलकर भी खट्टी चीजें नहीं खानी चाहिए। खट्टी चीजों का सेवन इस व्रत में निषेध माना गया है। मान्यता है कि संतोषी माता को खट्टी चीजें बिल्कुल भी नहीं पसंद है। साथ ही तामसिक चीजों जैसे, प्याज, लहसुन, शराब, मांस आदि को भी हाथ नहीं लगाना चाहिए।