नई दिल्ली: देश में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब सरकार का गठन भी हो चुका है और सरकार ने कामकाज भी शुरू कर दिया है। दूसरी ओर नतीजों को लेकर अब भी मंथन और चिंतन का दौर जारी है। भाजपा लगातार तीसरी बार देश की सत्ता पर काबिज हो चुकी है लेकिन उम्मीद और दावे से कमजोर प्रदर्शन के चलते पार्टी लगातार विपक्ष के निशाने पर है। वहीं अब उसे अपनों के हमलों का भी सामना करना पड़ रहा है। संघ प्रमुख मोहन भागवत की क्लास के बाद अब आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने भी पार्टी को नसीहत दी है।
लोकसभा चुनाव के नतीजे भाजपा की उम्मीदों के अनुरूप नहीं आए। 400 पार का दावा करने वाली पार्टी खुद अपने दम पर बहुमत से दूर रह गई। विपक्ष इन परिणामों पर भाजपा को घेर रहे हैं लेकिन अब भाजपा अपनों के भी निशाने पर आ गई है। RSS के नेता लगातार बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत के बाद अब एक और RSS के पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने बीजेपी को नसीहत दी है।
इससे पहले 10 जून को नागपुर में संघ के एक कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कई सियासी संदेश दिए, भागवत ने मणिपुर की स्थिति पर भी चिंता जताई और कहा कि एक साल से ये राज्य जल रहा है, कौन इस पर ध्यान देगा। वहीं उन्होंने किसी का नाम नहीं लेते हुए कहा कि जो मर्यादा का पालन करे, अहंकार न करे, वही सच्चा सेवक है।
Read More: बर्थडे गर्ल का गैंगरेप! पार्टी देने के बहाने होटल ले गए थे दोस्त, अश्लील वीडियो भी बनाया
जानकार बताते हैं कि संघ भाजपा के चुनाव प्रचार के तरीकों से सहमत नहीं था। वहीं चुनाव के दौरान पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की टिप्पणी से भी संघ की नाराजगी है। दरअसल इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में जेपी नड्डा ने आरएसएस को एक “वैचारिक मोर्चा” बताया था। नड्डा ने कहा था कि ‘शुरू में हम अक्षम होंगे, थोड़ा कम होंगे। तब RSS की जरूरत पड़ती थी। आज हम बढ़ गए हैं और सक्षम हैं तो BJP अपने आप को चलाती है। यही अंतर है।’ हालांकि भाजपा नेता अब इंद्रेश कुमार के बयान पर संभल कर बोल रहे हैं और विपक्षी दलों पर निशाना साध रहे हैं।
सत्ता पक्ष संभलकर बोल रहा है तो विपक्षी दलों के नेता भाजपा पर लगातार निशाना साध रहे हैं।पिछले दिनों महाराष्ट्र के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी कहा कि 400 पार का नारा एनडीए के लिए आत्मघाती साबित हुआ। इन बयानों से जाहिर है कि लोकसभा चुनाव में जीत के बाद भले ही देश में एक बार फिर एनडीए की सरकार बन गई। लेकिन उम्मीद से कमजोर प्रदर्शन से कई सवालों खड़े हो गए हैं और भाजपा के कमजोर प्रदर्शन से RSS खफा है। इन सबके बीच शनिवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने वाले हैं। वर्तमान परिस्थितियों में ये मुलाकात अहम मानी जा रही है।