तोक्यो , 26 जुलाई ( एपी ) स्केटबोर्डिंग में हैरतंगेज करतब दिखाकर 13 साल की दो बच्चियों ने तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण और रजत पदक जीत लिये जबकि कांस्य पदक जीतने वाली भी 16 वर्ष की प्रतियोगी थी ।
आम तौर पर जिस उम्र में बच्चे खिलौनो या वीडियो गेम से खेलते हैं, इन लड़कियों ने कड़ी मेहनत और लगन से तमाम चुनौतियों का सामना करके पुरूषों के इस खेल पर दबदबे को तोड़ा ।
जापान की मोमिजी निशिया ने पहला ओलंपिक खेलते हुए पीला तमगा अपने नाम किया । अब तक पुरूषों के दबदबे वाले इस खेल में लड़कियों के इस यादगार प्रदर्शन ने खेल का भविष्य उज्जवल कर दिया है ।
रजत पदक ब्राजील की रेसा लील को मिला जो 13 वर्ष की ही है । वहीं कांस्य पदक जापान की फुना नाकायामा को मिला ।
बीस प्रतियोगियों के महिला वर्ग में ब्राजील की लेतिसिया बुफोनी भी थी जिनके पिता ने उन्हें खेल से रोकने के लिये उनका स्केटबोर्ड दो हिस्सों में तोड़ दिया था । कनाडा की एनी गुगलिया जब स्केटिंग सीख रही थी तो पहले दो साल कोई और लड़की उनके साथ नहीं थी ।
एपी
मोना सुधीर
सुधीर
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